वेदांत का वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में कम व्यय के कारण शुद्ध लाभ 36.6 फीसदी बढ़ा है। कंपनी ने 3,606 करोड़ रुपये के कर पश्चात लाभ की जानकारी दी है, जो एक साल पहले की इसी अवधि में 2,640 करोड़ रुपये था। इसकी अवधि में लाभ 5,095 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के मुकाबले 54 फीसदी अधिक है। वेदांत का कुल व्यय एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 5.5 फीसदी कम हो गया। इस दौरान शुद्ध बिक्री 5.7 फीसदी बढ़कर 35,239 करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने बयान में कहा है, ‘संरचनात्मक बदलाव और अन्य पहलों की बदौलत उत्पादन की कुल लागत में सालाना आधार पर करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है।’ क्रमिक रूप से कंपनी का कर पश्चात लाभ 163 फीसदी बढ़ा और शुद्ध बिक्री सपाट रही।
वेदांत के कार्यकारी निदेशक अरुण मिश्र ने कहा, ‘वेदांत ने साल की शुरुआत दमदार तरीके से की है। मार्जिन में सुधार और सभी परिचालनों में लागत में मजबूत कमी के कारण एक साल पहले के मुकाबले कंपनी के एबिटा में 47 फीसदी का असाधारण सुधार हुआ है और कर पश्चात लाभ में भी 54 फीसदी का सुधार आया है।’
टीवीएस मोटर का शुद्ध लाभ 23 फीसदी बढ़ा
वाहन विनिर्माता टीवीएस मोटर कंपनी का वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 23 फीसदी बढ़कर 577 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल साल की समान अवधि में 468 करोड़ रुपये था। कंपनी के शुद्ध लाभ बढ़ने का बड़ा कारण बिक्री में बढ़ोतरी और लागत कम करने के उपाय हैं। कंपनी ने कहा है कि हालांकि बांग्लादेश अपने आयात में मामूली हिस्सेदारी का योगदान देता है, लेकिन वहां चल रहे विरोध के कारण बिक्री को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
इस वित्त वर्ष के दौरान कंपनी तीन नए उत्पाद उतारने की योजना बना रही है। इनमें एक इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन, एक तीन पहिया वाहन और एक पेट्रोल वाला दोपहिया वाहन शामिल है। जून में समाप्त तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन से राजस्व 8,376 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले के 7,218 करोड़ रुपये के मुकाबले 16 फीसदी ज्यादा है। कंपनी ने अब तक का सर्वाधिक 960 करोड़ रुपये का परिचालन एबिटा दर्ज किया है, जो बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही 764 करोड़ रुपये के एबिटा के मुकाबले 26 फीसदी अधिक है।
श्रीराम जनरल इंश्योरेंस का शुद्ध लाभ 17 फीसदी बढ़ा
श्रीराम कैपिटल और दक्षिण अफ्रीका की सनलैम का संयुक्त उद्यन श्रीराम जनरल इंश्योरेंस का वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 17 फीसदी बढ़कर 114 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष की जून तिमाही में 98 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी की सकल रिटन प्रीमियम (जीडब्ल्यूपी) एक साल पहले के मुकाबले 31 फीसदी बढ़कर 733 करोड़ रुपये रही, जो उद्योग वृद्धि के 12 फीसदी के पार है। कंपनी अगले पांच वर्षों में अपने पोर्टफोलियो में गैर-मोटर कारोबार की हिस्सेदारी मौजूदा 9 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी करने का लक्ष्य बना रही है।
ग्लैंड फार्मा का लाभ घटा लेकिन राजस्व बढ़ा
हैदराबाद की जेनरिक इंजेक्शन विनिर्माता ग्लैंड फार्मा का वित्त वर्ष 2024-25 की अप्रैल-जून तिमाही (पहली तिमाही) में समेकित शुद्ध लाभ कम होकर 143.8 करोड़ रुपये रह गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 194.1 करोड़ रुपये था। हालांकि, वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में फार्मास्यूटिकल्स कंपनी का परिचालन से समेकित राजस्व 16 फीसदी 1,407.7 करोड़ रुपये रहा, जो बीते वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 1,208.7 करोड़ रुपये था।
क्रमिक आधार पर कंपनी के शुद्ध मुनाफे में 25 फीसदी और राजस्व में 9 फीसदी की गिरावट हुई है। बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 192.4 करोड़ रुपये और राजस्व 1,537.4 करोड़ रुपये था। जून तिमाही में कंपनी का एबिटा भी एक साल पहले की तुलना में 11 फीसदी कम होकर 265.4 करोड़ रुपये रहा और एबिटा मार्जिन एक साल पहले की समान अवधि के 25 फीसदी के मुकाबले घटकर 19 फीसदी रह गया।
श्री सीमेंट का एकीकृत शुद्ध लाभ 51.31 प्रतिशत घटा
बांगड़ परिवार द्वारा प्रवर्तित श्री सीमेंट लिमिटेड का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 51.31 प्रतिशत घटकर 278.45 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में शुद्ध मुनाफा 571.94 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही में उसकी परिचालन आय 1.73 प्रतिशत बढ़कर 5,123.96 करोड़ रुपये हो गई।
टाटा पावर का शुद्ध लाभ 970 करोड़ रुपये रहा
निजी क्षेत्र की बिजली उत्पादक टाटा पावर का शुद्ध लाभ जून तिमाही में 970 करोड़ रुपये रहा। यह पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले कमोबेश स्थिर है क्योंकि तब कंपनी ने 234.68 करोड़ रुपये का एकमुश्त लाभ दर्ज किया था। कंपनी के आला अधिकारियों ने थर्मल पावर पर अपना रुख नरम किया और कहा कि कंपनी विकल्पों का आकलन करेगी।
समीक्षाधीन तिमाही में टाटा पावर का परिचालन राजस्व 14 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 17,293.62 करोड़ रुपये रहा। ब्लूमबर्ग की रायशुमारी में कंपनी का राजस्व 16,855 करोड़ रुपये और शुद्ध समायोजित आय 957 करोड़ रुपये रहने का अनुमान जताया गया था। तिमाही आधार पर टाटा पावर का शुद्ध लाभ स्थिर रहा और परिचालन राजस्व में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई।
थर्मल पावर के क्षेत्र में मौकों के बारे में कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा कि रिटर्न देखना अहम होता है। हम ऊर्जा सुरक्षा के नजरिये से इसे परखते रहेंगे। यह कंपनी का नरम रुख है जिसने पहले कहा था कि वह जीवाश्म ईंधन के क्षेत्र में और निवेश नहीं करेगी।