Q2 Results: अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (एईएल) ने बेहतर राजस्व और वित्तीय लागत में कमी की बदौलत सितंबर-2024 (वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही) के दौरान अपने समेकित शुद्ध लाभ में सात गुना से ज्यादा का इजाफा दर्ज किया।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी ने 1,742 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया जो एक साल पहले दर्ज 228 करोड़ रुपये से अधिक है। इस दौरान आय में वृद्धि को शुद्ध बिक्री में 15.7 प्रतिशत बढ़ने से मदद मिली जो बढ़कर 22,608 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी का खर्च एक साल पहले की तुलना में 8 प्रतिशत बढ़कर 20,787.29 करोड़ रुपये हो गया जबकि वित्तीय लागत एक साल पहले की तुलना में 32 प्रतिशत घटकर 909.83 करोड़ रुपये रह गई।
कंपनी ने कहा कि वित्त वर्ष 25 की पहली छमाही में उसने 8,654 करोड़ रुपये का एबिटा दर्ज किया जो किसी छमाही में सर्वाधिक है। उसे अपने इनक्यूबेशन पोर्टफोलियो के तहत उभरते प्रमुख बुनियादी ढांचा क्षेत्र के कारोबारों के दमदार प्रदर्शन से लगातार मदद मिली। कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में एबिटा एक साल पहले की तुलना में 46 प्रतिशत बढ़कर 4,354 करोड़ रुपये हो गया।
अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, ‘छमाही के रिकॉर्ड प्रदर्शन का नेतृत्व अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (एएनआईएल) और अदाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (एएएचएल) ने क्षमता वृद्धि और परिसंपत्ति उपयोग में तीव्र इजाफे के साथ किया है।’
अदाणी पोर्ट्स का शुद्ध लाभ 40 प्रतिशत बढ़ा
अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईजेड) ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में 2,445 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह पिछले साल की तुलना में 39.9 प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि यह बाजार के अनुमान से कम रहा। कहा जा रहा है कि लाभ में यह वृद्धि कंपनी के कार्गो की मात्रा में इजाफे तथा गोपालपुर, विझिंजम और कोलंबो में नई क्षमता में वृद्धि योजनानुसार होने के कारण हुई है।
इस तिमाही के दौरान कंपनी ने कुल 11.1 करोड़ टन कार्गो का प्रबंधन किया जो पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक है। कंपनी ने जुलाई में कार्गो की मात्रा में 9.7 प्रतिशत, अगस्त में 5 प्रतिशत और सितंबर में 14 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जबकि दक्षिण भारत में इसके गंगावरम बंदरगाह पर श्रमिकों की हड़ताल के कारण कई सप्ताह तक काम बंद रहा।
निजी क्षेत्र की देश की इस सबसे बड़ी बंदरगाह परिचालक का परिचालन राजस्व तिमाही के दौरान 6.33 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ 7,067.02 करोड़ रुपये रहा। राजस्व भी ब्लूमबर्ग के सर्वेक्षण के 7,267.24 करोड़ रुपये के अनुमान से कम रहा। सर्वेक्षण में बंदरगाह कंपनी के मामले में 2,601.34 करोड़ रुपये के शुद्ध लाभ का अनुमान लगाया गया था। इस बीच कुल खर्च में मामूली गिरावट आई जो करीब 1 प्रतिशत घटकर 4,433.96 करोड़ रुपये रह गया।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का राजस्व 7 प्रतिशत बढ़ा
टिकाऊ उपभोक्ता वस्तुओं की निर्माता कंपनी एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने वित्त वर्ष 2024 के दौरान राजस्व में 7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 21,557 करोड़ रुपये हो गया। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) को दी गई कंपनी की नवीनतम सूचना से यह जानकारी मिली है।
कंपनी के राजस्व में रेफ्रिजरेटर की हिस्सेदारी 27 प्रतिशत रही। इसके बाद वाशिंग मशीन की 21 प्रतिशत हिस्सेदारी, टेलीविजन और एयर कंडीशनर की 20-20 प्रतिशत हिस्सेदारी रही।
बिजनेस इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म ‘टॉफलर’ को प्राप्त वित्तीय आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 24 में कंपनी का शुद्ध लाभ एक साल पहले की तुलना में 12 प्रतिशत बढ़कर 1,511 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी की परिचालन आय 7.48 प्रतिशत बढ़कर 21,352 करोड़ रुपये हो गई।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का 2022-23 में शुद्ध लाभ 1,344.9 करोड़ रुपये और परिचालन आय 19,864.6 करोड़ रुपये रही थी। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का कुल खर्च वित्त वर्ष 2023-24 में 6.73 प्रतिशत बढ़कर 19,520 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 18,288.3 करोड़ रुपये था।
केनरा बैंक का शुद्ध लाभ 11.31 फीसदी बढ़ा
केनरा बैंक का वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ एक साल पहले के मुकाबले 11.31 फीसदी बढ़कर 4,014 करोड़ रुपये रहा। बेंगलुरु के इस बैंक का पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 3,606 करोड़ रुपये रहा था। केनरा बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 34,721 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 31,472 करोड़ रुपये थी।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक ने 29,740 करोड़ रुपये की ब्याज आय दर्ज की, जो एक वर्ष पूर्व इसी अवधि में 26,838 करोड़ रुपये थी। परिसंपत्ति गुणवत्ता के मोर्चे पर, बैंक ने सुधार देखा और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) सितंबर 2024 के अंत तक सकल ऋण के 3.73 फीसदी तक घट गईं, जो एक साल पहले 4.76 फीसदी थीं। इसी प्रकार, शुद्ध एनपीए या डूबा कर्ज सालाना आधार पर 1.41 फीसदी से घटकर 0.99 फीसदी हो गया।
रेजरपे का पेमेंट गेटवे कारोबार 24 फीसदी बढ़ा
फिनटेक फर्म रेजरपे का पेमेंट गेटवे कारोबार वित्त वर्ष 2024 के शुरुआती नौ महीनों में एक साल पहले के मुकाबले 24 फीसदी बढ़ा है। वित्त वर्ष 2023 में गेटवे सर्विसेज का राजस्व 1,665 करोड़ रुपये था जो वित्त वर्ष 2024 में बढ़कर 2,068 करोड़ रुपये हो गया। रेजरपे ने पिछले साल 22 दिसंबर से नए कारोबारियों को फिर से शामिल करना शुरू कर दिया था और भारतीय रिजर्व बैंक से अनुमति पाने वाली पहली पेमेंट गेटवे कंपनी बन गई थी।
वित्त वर्ष 2023 के 7 करोड़ रुपये के मुकाबले वित्त वर्ष 2024 में कंपनी का कर पश्चात मुनाफा 4.7 गुना बढ़कर 34 करोड़ रुपये रहा। ऑडिटेड वित्तीय आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2024 में रेजरेप की कुल आय 2,501 करोड़
रुपये थी।