गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड (जीपीएल) ने वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान अपने शुद्ध लाभ में पिछले साल की तुलना में करीब पांच गुना इजाफा दर्ज किया और यह बढ़कर 335.21 करोड़ रुपये हो गया। अलबत्ता रियल्टी क्षेत्र की इस कंपनी का लाभ ब्लूमबर्ग के 831 करोड़ रुपये के अनुमान से कम रहा। वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 66.8 करोड़ रुपये रहा था।
इस तिमाही में कंपनी का परिचालन राजस्व 1,093.23 करोड़ रुपये रहा जबकि ब्लूमबर्ग ने 1,024 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था। सालाना आधार पर राजस्व 3.2 गुना बढ़ा। दूसरी तरफ तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 1,124.13 करोड़ रुपये रहा जो पिछले साल की तुलना में 144.34 प्रतिशत ज्यादा है। कंपनी का एबिटा वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के 167 करोड़ रुपये के मुकाबले 69 प्रतिशत बढ़कर 282 करोड़ रुपये हो गया जो ब्लूमबर्ग के 104 करोड़ रुपये के अनुमान से ज्यादा है।
वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान बुकिंग मूल्य में सालाना आधार पर तीन प्रतिशत का इजाफा हुआ और यह बढ़कर 5,198 करोड़ रुपये हो गया। 51.5 लाख वर्ग फुट क्षेत्र की बिक्री से इसमें इजाफा हुआ। कंपनी के बयान के अनुसार यह दूसरी तिमाही में अब तक हासिल किया गया सर्वाधिक बुकिंग मूल्य है।
इसके अलावा तिमाही के दौरान कंपनी का संग्रह सालाना आधार पर 68 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,005 करोड़ रुपये रहा और परिचालन नकदी प्रवाह पिछले साल की तुलना में 126 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 1,834 करोड़ रुपये रहा। दोनों कंपनी के दूसरी तिमाही के अब तक के सर्वाधिक स्तर हैं।
वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कंपनी ने कारोबार विकास के मामले में अपने वार्षिक अनुमान का 87 प्रतिशत हासिल किया। कंपनी के प्रदर्शन के संबंध में गोदरेज प्रॉपर्टीज लिमिटेड के एक्जीक्यूटिव चेयरपर्सन पिरोजशा गोदरेज ने कहा, ‘पेशकश की दमदार पाइपलाइन, मजबूत बैलेंस शीट और जोरदार मांग की वजह से हम वित्त वर्ष 25 में 27,000 करोड़ रुपये के अपने बुकिंग लक्ष्य को महत्वपूर्ण रूप से पार करने की राह पर हैं। साथ ही अपनी अब तक की सबसे ज्यदा डिलिवरी और संग्रह भी हासिल करेंगे।’
डॉ. लाल पैथलैब्स का मुनाफा 18.2 प्रतिशत बढ़ा
स्वास्थ्य जांच सेवा प्रदाता डॉ. लाल पैथलैब्स का समेकित कर-बाद लाभ (पीएटी) जुलाई-सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 18.21 प्रतिशत बढ़कर 129.2 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि परिचालन से राजस्व समान अवधि में 9.8 प्रतिशत बढ़ा है। दूसरी तिमाही में परिचालन से राजस्व 660.2 करोड़ रुपये रहा और इसे बिक्री वृद्धि, विस्तार और टियर-2 तथा टियर-4 क्षेत्रों में मजबूत प्रदर्शन से मदद मिली।
कंपनी भारत में 280 लैब के साथ परिचालन करती है और अपनी विस्तार योजनाओं के तहत इस साल 15-20 नई लैब खोलने की राह पर तेजी से बढ़ रही है। कंपनी भारत के दक्षिणी हिस्से में अधिग्रहण के अवसर भी तलाश रही है। बुधवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर नतीजों की घोषणा से पहले 1.96 प्रतिशत गिरकर 3,252.50 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी ने बाजार बंद होने के बाद अपने तिमाही नतीजों की घोषणा की।
सिंजेन इंटरनैशनल का मुनाफा 8.93 प्रतिशत घटा
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में बायोकॉन फर्म सिंजेन इंटरनैशनल का कर बाद लाभ (पीएटी) एक साल पहले के मुकाबले 8.93 प्रतिशत घट गया। कंपनी का परिचालन से राजस्व भी सालाना आधार पर 2 प्रतिशत घटा है। दूसरी तिमाही में समेकित पीएटी 106 करोड़ रुपये रहा, जबकि परिचालन से राजस्व 891 करोड़ रुपये दर्ज किया गया।
तिमाही आधार पर राजस्व 12.83 प्रतिशत तक बढ़ा जबकि पीएटी में 40.19 प्रतिशत की शानदार तेजी आई। सिंजेन इंटरनैशनल का एबिटा सालाना आधार पर 5 प्रतिशत तक घट गया। कंपनी ने संभावित दीर्घावधि मांग पूरी करने के लिए अपने बेंगलूरु और हैदराबाद परिसरों में क्षमताएं बढ़ाने की योजना बनाई है।
टीवीएस मोटर का लाभ 45% बढ़ा
टीवीएस मोटर कंपनी ने बुधवार को कहा कि सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही के दौरान उसका संयुक्त शुद्ध लाभ 45 प्रतिशत बढ़कर 560.49 करोड़ रुपये हो गया। किसी तिमाही में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की अब तक की सर्वाधिक बिक्री की बदौलत यह इजाफा हुआ।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष की जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान 386.34 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। कंपनी के परिचालन से राजस्व में वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान 14 प्रतिशत का इजाफा देखा गया और यह बढ़कर 11,301.68 करोड़ रुपये हो गया जबकि सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही के दौरान यह 9,932.82 करोड़ रुपये था।
निर्यात समेत दोपहिया और तिपहिया वाहनों की कुल बिक्री में 14 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई और सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में 12.28 लाख वाहनों की अब तक की सर्वाधिक तिमाही बिक्री दर्ज की गई जबकि सितंबर 2023 की तिमाही में 10.74 लाख वाहन बिक्री हुई थी।
टीवीएस मोटर के निदेशक और मुख्य कार्य अधिकारी केएन राधाकृष्णन ने कहा, ‘मौजूदा त्योहारी सीजन सकारात्मक रुख से शुरू हुआ है। हमें त्योहारी तिमाही के दौरान उद्योग की तुलना में ज्यादा वृद्धि की उम्मीद है। हमें लगता है कि तीसरी तिमाही में उद्योग में सात से आठ प्रतिशत की वृद्धि होगी।’
मोटरसाइकल की बिक्री में 14 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई और सितंबर 2024 की तिमाही में 5,60,000 वाहन बिक्री दर्ज की गई। सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही के दौरान यह बिक्री 4,93,000 थी। सितंबर 2024 की तिमाही में स्कूटर बिक्री में 17 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ और 4,90,000 वाहन बिके जबकि 2023-24 की दूसरी तिमाही में यह बिक्री 4,20,00 थी।
होंडा कार्स का शुद्ध लाभ 53 प्रतिशत लुढ़का
होंडा कार्स इंडिया का शुद्ध लाभ पिछले साल की तुलना में 52.8 प्रतिशत तक घटकर वित्त वर्ष 24 में 661.4 करोड़ रुपये रह गया। इसकी मुख्य वजह 359.8 करोड़ रुपये की कर देनदारी रही। रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) को सौंपे गए वार्षिक परिणामों से यह जानकारी मिली है।
वित्त वर्ष 24 में कंपनी का उत्पादन सालाना आधार पर 16 प्रतिशत तक बढ़कर 1,34,807 वाहन हो गया। वित्त वर्ष 24 में कर पूर्व लाभ (पीबीटी) 1,029.6 करोड़ रुपये रहा जो 24.7 प्रतिशत अधिक है। दस्तावेजों के अनुसार कोविड से प्रभावित वित्त वर्ष 20 और वित्त वर्ष 21 के दो वर्षों के दौरान कंपनी का शुद्ध घाटा क्रमशः 1,672.2 करोड़ रुपये और 1,587.5 करोड़ रुपये रहा। इसलिए वित्त वर्ष 22 में उसकी कर देनदारी शून्य हो गई।
कंपनी ने अपने आरओसी दस्तावेज में कहा, ‘1 अप्रैल, 2022 तक, कंपनी के पास आयकर अधिनियम, 1961 के तहत महत्वपूर्ण मूल्यह्रास और आगे ले जाने वाले व्यावसायिक घाटे थे।’ वित्त वर्ष 2024 के दौरान भारत में कुल यात्री वाहन बिक्री 42 लाख रही, जो सालाना आधार पर 8.4 प्रतिशत की वृद्धि है।