Q2 Results: सज्जन जिंदल समूह की प्रमुख कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील (JSW Steel) ने जुलाई से सितंबर तिमाही (वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही) के दौरान समेकित शुद्ध लाभ में पिछले साल के मुकाबले 84.1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की और यह घटकर 439 करोड़ रुपये रह गया। सस्ते आयात और असाधारण शुल्क की वजह से बिक्री से कम आमदनी के कारण यह गिरावट आई। एक साल पहले कंपनी का शुद्ध लाभ 2,760 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में समेकित आधार पर परिचालन राजस्व 39,684 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले के 44,584 करोड़ रुपये के मुकाबले 11 प्रतिशत कम है। राजस्व और शुद्ध लाभ दोनों ही ब्लूमबर्ग के अनुमान से कम रहे। उनका राजस्व का अनुमान 42,559.6 करोड़ रुपये और लाभ का अनुमान 485.1 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर राजस्व में 7.6 प्रतिशत तक और शुद्ध लाभ में 48 प्रतिशत तक की गिरावट आई।
इस तिमाही के दौरान इस्पात बिक्री पिछले साल की तुलना में तीन प्रतिशत तक घटकर 61.3 लाख टन रह गई। हालांकि घरेलू बिक्री 55.7 लाख टन रही जो किसी भी तिमाही की सर्वाधिक है। संस्थागत श्रेणी की बदौलत इसमें सालाना आधार पर एक प्रतिशत का इजाफा हुआ। इस श्रेणी में बिक्री की मात्रा पिछले साल के मुकाबले 12 प्रतिशत बढ़ी। कंपनी ने कहा कि आयात बढ़ने की वजह से खुदरा श्रेणी की बिक्री में 14 प्रतिशत की गिरावट आई। वैश्विक बाजारों पर चीन के बढ़ते आयात का प्रतिकूल असर पड़ने की वजह से निर्यात सालाना आधार पर 43 प्रतिशत घटकर 3.9 लाख टन रह गया।
लाभ पर असाधारण शुल्क का भी असर पड़ा। कंपनी ने आर्थिक रूप से अव्यवहारिक परिचालन के कारण ओडिशा के क्योंझर जिले में जाजंग लौह अयस्क खदान सरेंडर करने की घोषणा की थी और कंपनी ने तिमाही के दौरान परिसंपत्तियों के अंतर्निहित मूल्य से संबंधित 342 करोड़ रुपये का शुद्ध प्रावधान किया था। भारतीय कारोबारों में भूषण पावर ऐंड स्टील ने इस तिमाही के दौरान 93 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। जेएसडब्ल्यू स्टील कोटेड प्रोडक्ट्स (समेकित) ने तिमाही में 57 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।
कंपनी ने बताया कि निदेशक मंडल ने 25 अक्टूबर से अरुण सीताराम माहेश्वरी को अतिरिक्त निदेशक के रूप में शामिल किया है और उन्हें 8 नवंबर से पूर्णकालिक नामित निदेशक (वाणिज्यिक और विपणन) के रूप में भी नियुक्त कर रही है, जो शेयरधारकों की मंजूरी पर निर्भर होगी।
टॉरंट फार्मा का शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत बढ़ा
टॉरंट समूह की प्रमुख कंपनी टॉरंट फार्मास्युटिकल्स का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 17 प्रतिशत बढ़कर 453 करोड़ रुपये रहा। घरेलू बाजार में अच्छी बिक्री के कारण कंपनी का लाभ बढ़ा है। दवा कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि बीते वित्त वर्ष 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही में उसे 386 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था।
टॉरंट फार्मास्युटिकल्स ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि के दौरान राजस्व बढ़कर 2,889 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 2,660 करोड़ रुपये था। कंपनी ने कहा कि भारत में उसका राजस्व 13 प्रतिशत बढ़कर 1,632 करोड़ रुपये रहा। दवा कंपनी ने सितंबर तिमाही में ब्राजील, जर्मनी और अमेरिका जैसे विदेशी बाजारों में भी अच्छी बिक्री दर्ज की।
बंधन बैंक का शुद्ध मुनाफा 30 प्रतिशत बढ़ा
बंधन बैंक का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 30 प्रतिशत बढ़कर 937 करोड़ रुपये रहा। बैंक का गत वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में शुद्ध लाभ 721 करोड़ रुपये रहा था।
बंधन बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में कुल आय बढ़कर 6,095 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वर्ष इसी अवधि में 5,032 करोड़ रुपये थी। जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की ब्याज से आय बढ़कर 5,500 करोड़ रुपये हो गई, जो 2023 इसी तिमाही में 4,492 करोड़ रुपये थी।
बैंक की परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार देखा गया और सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (NPA) 2024 सितंबर अंत में सकल अग्रिमों की 4.68 प्रतिशत रही, जबकि एक साल पहले यह 7.32 प्रतिशत थी। शुद्ध एनपीए या फंसा कर्ज भी घटकर 1.29 प्रतिशत रह गया, जबकि एक वर्ष पहले इसी अवधि में यह 2.32 प्रतिशत था। हालांकि, बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात घटकर 14.34 प्रतिशत रह गया, जो पिछले साल 30 सितंबर को 19.21 प्रतिशत था।
आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ 39 प्रतिशत बढ़ा
निजी क्षेत्र के ऋणदाता आईडीबीआई बैंक का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही के दौरान सालाना आधार पर 39 प्रतिशत तक बढ़कर 1,836 करोड़ रुपये हो गया। शुद्ध ब्याज मार्जिन में सुधार और गैर-ब्याज आय में बढ़ोतरी की बदौलत यह इजाफा हुआ। तिमाही आधार पर मुंबई के इस ऋणदाता का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 1,719 करोड़ रुपये के मुकाबले 7 प्रतिशत बढ़ा। शुक्रवार को बीएसई पर इसका शेयर 1.78 प्रतिशत बढ़कर 82.8 रुपये पर बंद हुआ।
आईडीबीआई बैंक की शुद्ध ब्याज आय (एनआईआई) एक साल पहले की इसी तिमाही की 3,066 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 26 प्रतिशत बढ़कर 3,875 करोड़ रुपये हो गई। तिमाही आधार पर एनआईएम वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही के 4.18 प्रतिशत से अधिक रहा। बैंक ने बीएसई को दी सूचना में कहा कि उसकी गैर-ब्याज आय, ग्राहकों को उपलब्ध कराई गए सेवाओं से अर्जित शुल्क, कमीशन आय पिछले साल के मुकाबले 48 प्रतिशत बढ़कर 1,313 करोड़ रुपये हो गई।
सितंबर 2024 में सकल एनपीए गिरकर 3.68 प्रतिशत रहने से परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार हुआ जबकि सितंबर 2023 में सकल एनपीए 4.9 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में अग्रिम राशि में सालाना आधार पर 19 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ और यह बढ़कर दो लाख करोड़ रुपये हो गई।
श्रीराम फाइनैंस के मुनाफे में 20 प्रतिशत का इजाफा
देश की सबसे बड़ी खुदरा गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) श्रीराम फाइनैंस ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के दौरान 2,153.27 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो साल 2023-24 की जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान दर्ज किए गए 1,791.83 करोड़ रुपये की तुलना में 20.17 प्रतिशत अधिक है।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान एनबीएफसी की कुल आय 18 प्रतिशत तक बढ़कर 10,096.68 करोड़ रुपये हो गई, जबकि साल 2023-24 की इसी तिमाही के दौरान 8,564.45 करोड़ रुपये थी। दूसरी तिमाही के अंत तक इसकी कुल प्रबंधनाधीन संपत्ति (AUM) भी 20 प्रतिशत तक बढ़कर 2,43,042.55 करोड़ रुपये हो गई, जबकि साल साल 2023-24 में इसी अवधि के दौरान यह 2,02,640.96 करोड़ रुपये थी।
तिमाही में सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) घटकर 5.32 प्रतिशत रह गई, जबकि पहली तिमाही में यह 5.39 प्रतिशत और वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही के दौरान 5.79 प्रतिशत थी।
जेएम फाइनैंशियल का शुद्ध लाभ 19 प्रतिशत बढ़ा
जेएम फाइनैंशियल का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में 19 प्रतिशत बढ़कर 232 करोड़ रुपये हो गया। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 195 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही आधार पर कंपनी का मुनाफा 36 प्रतिशत बढ़ा है।
जेएम फाइनैंशियल ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय मामूली घटकर 1,211 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,214 करोड़ रुपये थी। जेएम फाइनेंशियल एक विविधीकृत वित्तीय सेवा समूह है। इसके प्रमुख कारोबारों में एकीकृत निवेश बैंक, आवास और वाहन ऋण, वैकल्पिक और संकटग्रस्त ऋण, परिसंपत्ति प्रबंधन, धन प्रबंधन और प्रतिभूति व्यवसाय शामिल हैं।
एनएलसी इंडिया का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 9.5% घटा
सार्वजनिक क्षेत्र की एनएलसी इंडिया लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 9.5 प्रतिशत घटकर 982.41 करोड़ रुपये रहा। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,085.93 करोड़ रुपये रहा था। एनएलसी इंडिया ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी परिचालन आय सितंबर तिमाही में बढ़कर 3,657.27 करोड़ रुपये हो गई।