कंपनियां

Q2 Results: एलऐंडटी का मुनाफा 5 प्रतिशत बढ़ा, जानें कैसे रहे अन्य कंपनियों के तिमाही नतीजे

कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एसएन सुब्रमण्यन ने कहा, ‘हमने वैश्विक वृहद आर्थिक अस्थिरता के बावजूद मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है।

Published by
बीएस संवाददाता   
भाषा   
Last Updated- October 30, 2024 | 10:13 PM IST

बुनियादी ढांचा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी लार्सन ऐंड टुब्रो (L&T) का सितंबर, 2024 में समाप्त तिमाही में एकीकृत शुद्ध मुनाफा पांच प्रतिशत बढ़कर 3,395 करोड़ रुपये हो गया। आमदनी बढ़ने से कंपनी का मुनाफा बढ़ा है। एलऐंडटी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी।

एक साल पहले की समान अवधि में कंपनी ने 3,223 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। समीक्षाधीन अवधि के दौरान कंपनी की एकीकृत आय एक साल पहले की समान अवधि के 52,157.02 करोड़ रुपये से बढ़कर 62,655.85 करोड़ रुपये हो गई। सितंबर तिमाही में कंपनी का खर्च एक साल पहले के 47,165.95 करोड़ रुपये के मुकाबले बढ़कर 57,100.76 करोड़ रुपये हो गया।

कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक एसएन सुब्रमण्यन ने कहा, ‘हमने वैश्विक वृहद आर्थिक अस्थिरता के बावजूद मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया है। कंपनी का परियोजना और विनिर्माण कारोबार लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। हमारे पास पांच लाख करोड़ रुपये से अधिक की ऑर्डर बुक है जो इंजीनियरिंग, निर्माण, विनिर्माण और परियोजना प्रबंधन के क्षेत्रों में हमारी सिद्ध क्षमता का प्रमाण है।’

डाबर का शुद्ध लाभ सितंबर तिमाही में 17.65 प्रतिशत घटा

दैनिक उपभोग वस्तु (एफएमसीजी) बनाने वाली कंपनी डाबर इंडिया का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 17.65 प्रतिशत घटकर 417.52 करोड़ रुपये रहा है। डाबर इंडिया ने बुधवार को शेयर बाजारों को जुलाई-सितंबर, 2024 तिमाही के नतीजों की सूचना दी।

कंपनी ने एक साल पहले की समान तिमाही में 507.04 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया था। समीक्षाधीन तिमाही में डाबर का परिचालन राजस्व 5.46 प्रतिशत घटकर 3,028.59 करोड़ रुपये रह गया। पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 3,203.84 करोड़ रुपये था।

आलोच्य अवधि में कंपनी का कुल खर्च सालाना आधार पर 1.31 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 2,634.40 करोड़ रुपये रहा। डाबर ने कहा कि पिछली तिमाही में उच्च खाद्य मुद्रास्फीति और शहरी मांग में कमी के कारण बने चुनौतीपूर्ण मांग के माहौल के बावजूद कंपनी ने अपने प्रमुख ब्रांड में उपभोक्ता जुड़ाव को बढ़ावा देना जारी रखा।

टाटा पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ 8 प्रतिशत बढ़ा

निजी क्षेत्र की प्रमुख बिजली कंपनी टाटा पावर का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में करीब आठ प्रतिशत बढ़कर 1,093.08 करोड़ रुपये रहा है। मुख्य रूप से आय बढ़ने से कंपनी का लाभ बढ़ा है। कंपनी ने बुधवार को शेयर बाजार यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी ने 1,017.41 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था।

टाटा पावर की कुल आय आलोच्य तिमाही में बढ़कर 16,210.80 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2023-24 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 16,029.54 करोड़ रुपये थी। टाटा पावर के मुख्य कार्य अधिकारी और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, ‘हमारे उत्पादन, पारेषण और वितरण तथा नवीकरणीय कारोबार में वृद्धि की गति लगातार जारी है। तिमाही के दौरान सभी कारोबारी खंडों ने उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। इससे लगातार 20वीं तिमाही में कंपनी ने शुद्ध लाभ दर्ज किया है।’

सिन्हा ने कहा, ‘तिमाही के दौरान तमिलनाडु में दो गीगावॉट क्षमता की सेल उत्पादन इकाई के चालू होने के साथ 4.3 गीगावॉट क्षमता की सेल और मॉड्यूल विनिर्माण क्षमता पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। सेल बनाने का संयंत्र अगले महीने तक पूरी क्षमता को हासिल कर लेगा।’

उन्होंने कहा कि 4.3 गीगावॉट क्षमता का सौर मॉड्यूल संयंत्र पहले से ही पूरी तरह से चालू है। इससे टाटा पावर सौर विनिर्माण के क्षेत्र में अगुआ बन गई है।

सिन्हा ने कहा, ‘हम चालू वित्त वर्ष के लिए अपने पूंजीगत व्यय की योजना पर आगे बढ़ रहे हैं। कुल 20,000 करोड़ रुपये में से पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) के दौरान 9,100 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं।’

टाटा पावर की कुल क्षमता 15.2 गीगावॉट है। कंपनी नवीकरणीय और परंपरागत ऊर्जा से लेकर पारेषण, वितरण, ट्रेडिंग, भंडारण समाधान के साथ सौर सेल तथा मॉड्यूल विनिर्माण से जुड़ी है।

First Published : October 30, 2024 | 10:06 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)