महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) ने वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के दौरान संयुक्त कर बाद के लाभ (पीएटी) में 20 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 3,181 करोड़ रुपये हो गया। वाहन और कृषि श्रेणी के दमदार आंकड़ों की बदौलत यह वृद्धि हुई। तिमाही के दौरान इस श्रेणी की बिक्री में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। कंपनी ने 17 प्रतिशत की जोरदार राजस्व वृद्धि दर्ज की और यह बढ़कर 41,470 करोड़ रुपये हो गया।
एमऐंडएम के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी अनीश शाह ने कहा, ‘फोकस के साथ अमल करने से वाहन और कृषि ने बाजार हिस्सेदारी और मार्जिन के लिहाज से ठोस प्रदर्शन किया। टेक महिंद्रा में परिवर्तन की रफ्तार जोर पकड़ रही है। एम ऐंड एम फाइनेंशियल सर्विसेज परिसंपत्ति गुणवत्ता और विकास प्राथमिकताओं के बीच लगातार संतुलन कायम रखे हुए है और मजबूत एयूएम वृद्धि की बदौलत जीएस चार प्रतिशत से कम है।’ तिमाही के दौरान वाहन क्षेत्र की तिमाही बिक्री 16 प्रतिशत बढ़कर 2,45,000 वाहन हो गई। यूटिलिटी वाहनों की बिक्री 1,42,000 हो गई। वाहन क्षेत्र का कर बाद का लाभ 20 प्रतिशत बढ़कर 1,438 करोड़ रुपये हो गया जबकि राजस्व 21 प्रतिशत बढ़कर 23,391 करोड़ रुपये हो गया।
एमऐंडएम 23 प्रतिशत की राजस्व बाजार हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर रही जो 200 आधार अंक ज्यादा है। तीसरी तिमाही में एसयूवी की बिक्री वृद्धि 20 प्रतिशत रही। साढ़े तीन टन से कम वजन वाले हल्के वाणिज्यिक वाहनों में भी इसकी बाजार हिस्सेदारी 51.96 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर रही जो 230 आधार अंक ज्यादा है। इलेक्ट्रिक तिपहिया वाहनों में इसकी हिस्सेदारी 41.8 प्रतिशत रही। कृषि श्रेणी ने अच्छा प्रदर्शन किया और इसने 44.2 प्रतिशत के साथ तीसरी तिमाही की सर्वाधिक बाजार हिस्सेदारी दर्ज की और बिक्री 20 प्रतिशत बढ़कर 1,21,000 इकाई हो गई। कृषि क्षेत्र का कर बाद का लाभ 11 प्रतिशत बढ़कर 996 करोड़ रुपये हो गया जबकि राजस्व 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 9,537 करोड़ रुपये हो गया।
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध घाटा बढ़कर 564 करोड़ रुपये हो गया है। कंपनी ने बताया कि बढ़ी हुई प्रतिस्पर्धा के कारण राजस्व घटने और गाड़ियों की ‘सर्विस’ से जुड़े मुद्दों को हल करने के लिए एकमुश्त लागत से उसका घाटा बढ़ा है। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में कंपनी ने 376 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया था। कंपनी ने कहा कि समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन राजस्व 1,045 करोड़ रुपये रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,296 करोड़ रुपये था।
31 दिसंबर, 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान बलरामपुर चीनी का शुद्ध मुनाफा 22.83 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.47 करोड़ रुपये रह गया है। बलरामपुर चीनी ने शेयर बाजारों को यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 91.32 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन तिमाही के दौरान कंपनी की परिचालन आय 3.10 प्रतिशत घटकर 1,192.14 करोड़ रुपये रह गयी, जो एक साल पहले की समान अवधि में 1,230.38 करोड़ रुपये थी।
चोलामंडलम फाइनैंशियल होल्डिंग्स लिमिटेड का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 1,092.90 करोड़ रुपये रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 1,027 करोड़ रुपये था। मुरुगप्पा समूह की कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में उसका एकीकृत लाभ 3,377.70 करोड़ रुपये रहा है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 2,706.81 करोड़ रुपये था।