इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भी प्रिंट के जादू को कम नहीं कर पाया है।प्रिंट मीडिया में अपना दबदबा कायम करने के लिए अब स्टार हाँग काँग की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी स्टार इंडिया भी इन दिनों भारत में प्रिंट मीडिया के मैदान में उतरने के लिए संभावनाएं तलाश रही है।
पिछले सप्ताह, स्टार के उच्च अधिकारी जिनमें स्टार हाँग काँग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, पॉल ऐयलो, स्टार इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी उदय शंकर और मुख्य परिचालन अधिकारी जगदीश कुमार बेंगलुरु में प्रिंट मीडिया में संयुक्त उपक्रम के तहत भावी भागीदारों से मिलने पहुंचे थे। कहा जा रहा है कि कंपनी इस संबंध में विजय मालया के यूबी समूह से बात कर रही है और ये दोनों मिल कर भारत में प्रकाशन कारोबार में संभावनाओं को तलाशेंगे।
शंकर से संपर्क करने पर उन्होंने कहा, ‘हम किसी भी अफवाह पर अपनी टिप्पणी नहीं करने वाले।’ यूबी समूह के अध्यक्ष और मुख्य वित्त अधिकारी रवि नेदूंगनी ने समूह के इस तरह के किसी भी गठजोड़ की खबर से इनकार कर दिया।
मीडिया उद्योग जगत के सूत्रों का कहना है कि स्टार प्रिंट मीडिया में अपने लिए जगह बनाने के मौकों की तलाश कर रही है, खासतौर से शंकर के स्टार इंडिया में आने के बाद। दरअसल उदय शंकर एक पूर्व पत्रकार हैं और फिलहाल स्टार इंडिया में बतौर मुख्य कार्यकारी अधिकरी कंपनी के भारतीय काम देखते हैं।
उन्हें पत्रकारों से पहले यह कहते हुए सुना गया है कि समाचार पत्र खुद में काफी उत्तेजक कारोबार है, जिस पर फिलहाल भारत में अंकुश लगा हुआ है। गौरतलब है कि प्रिंट मीडिया में सिर्फ 26 प्रतिशत तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश ही किया जा सकता है।
हो सकता है कि भारतीय पाठकों को यहां बैठे-बैठे विदेशी अखबारों का जायका भी मिल जाए। सूत्रों के अनुसार स्टार अपनी मूल कंपनी न्यूज कॉर्पोरेशन, जिसके ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, अमेरिका और फिजी में लगभग 40 समाचार पत्र हैं, के कुछ विदेशी टाइटल भारत में भी ले आए।
इसके विदेशी टाइटलों में दी टाइम्स- ब्रिटेन में, वॉल स्ट्रीट जरनल- अमेरिका में शामिल हैं। स्टार के संभावित प्रवेश से भारत के 9 हजार करोड़ रुपये के प्रिंट मीडिया में होड़ और भी तेज हो सकती है। इसकी वजह यह है कि राघव बहल की प्रसारण कंपनी नेटवर्क 18 भी भारत में जल्द ही पीयरसन्स का बिजनेस दैनिक ‘फाइनैंशियल टाइम्स’ लॉन्च करने वाली है।