अमेरिका और अन्य देशों को सप्लाई किए विंड टर्बाइन के ब्लेड की गुणवत्ता के मामले में सुजलोन एनर्जी लिमिटेड को अभी राहत मिली भी नहीं थी कि तमाम दूसरी समस्याएं उसके सामने मुंह बाएं खड़ी हो गईं।
दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी विंड पावर उपकरण निर्माता कंपनी सुजलोन नए पचड़ों में फंस गई है।सुजलोन रोटर कॉर्पोरेशन, सुजलोन की विंड टर्बाइन ब्लेड और नोज कोन बनाने वाली अमेरिकी सहायक कंपनी पर पाइपस्टोन, मिनेसोटा में वायु प्रदूषण नियंत्रण नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में वहां की स्थानीय मिनेसोटा पॉल्यूशन कंट्रोल एजेंसी ने जुर्माना लगा दिया है।
सुजलोन रोटर कॉर्पोरेशन ने 2006 में यहां अपनी इकाई लगाने और उसके परिचालन से पहले ‘एयर परमिट’ के लिए स्वीकृति नहीं ली थी। इस वजह से कंपनी को लगभग 7.8 लाख रुपये देने होंगे, जो नियमों का उल्लंघन करने पर एजेंसी ने मांगे हैं।
कंपनी के सूत्र ने बताया, ‘इस मामले में निर्माण के दौरान वैधानिक स्वीकृतियों के आवेदन में कुछ देर हो गई थी। अब हम एजेंसी के नियमों का पालन कर रहे हैं और देर के लिए मामूली जुर्माना भी हम भर रहे हैं।’
सुजलोन एनर्जी के प्रवक्ता ने इस मसले पर पुणे के मुख्यालय से कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया, क्योंकि अमेरिका से अभी आधिकारिक बातचीत बाकी है। एमपीसीए ने वेबसाइट पर उपलब्ध बयान में कहा कि सुजलोन की यह इकाई हर वर्ष लगभग 27 टन खतरनाक वायु प्रदूषक छोड़ती है। इसमें से 17 टन जाइलीन हैं, जिसमें बेंजीन के कुछ घुलनशील यौगिक भी शामिल हैं। इसलिए कंपनी को इसके एवज में जुर्माना भरना पड़ रहा है।