कच्चे माल की आपूर्ति को लगातार बनाए रखने के लिए टाटा स्टील और ब्राजील की माइनिंग दिग्गज वैली सहयोगी कंपनियों के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया में बड़े निवेश की तैयारी कर रही हैं।
टाटा और सहयोगी कंपनियां मिलकर ऑस्टे्रलिया की कारबोरोग डाउन्स कोयला खदान का विस्तार करने के लिए 1500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का निवेश करने की योजना बना रही हैं।
टाटा ने बताया कि इस परियोजना में कुल 1,500 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। इस परियोजना पर मई 2008 से ही कार्य शुरू हो जाएगा। कं पनी को उम्मीद है कि साल 2009 के मध्य तक कंपनी बड़े स्तर पर उपकरण खरीदना शुरू कर देगी। इस निवेश के बाद 2009 के तीसरी तिमाही खदान का सालाना उत्पादन लगभग 49 लाख टन हो जाएगा। इससे 37 लाख टन कोकिंग कोल और पीसीआई कोल का उत्पादन किया जाएगा।
टाटा के कॉर्पोरेट कम्युनिकेशन के प्रमुख संजय चौधरी ने कहा, ‘कंपनी के बढ़ते वैश्विक व्यापार के लिए कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया है।’ चौधरी ने बताया कि कारबोरोग डाउन कोयला खदान में निवेश से टाटा को कोयले के नए और बड़े स्रोत ढूंढने में मदद मिलेगी। इससे कंपनी की कच्चे माल की जरूरत पूरी होगी और कंपनी को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में आसानी होगी।
ऑस्टे्रलिया स्थित कारबोरोग डाउन एक भूमिगत खदान है। इस खदान का प्रबंधन कारबोरोग डाउंस कोल मैनेजमेंट प्राइवेट कंपनी करती है। इस खदान का 80 फीसदी हिस्सा वाले और उसकी सहयोगी कंपनियां टाटा स्टील, निप्पन स्टील कॉर्पोरेशन, पोस्को, जेएफई स्टील और जेएफई शोजि के पास हैं। टाटा स्टील, निप्पन स्टील कॉर्पोरेशन और पोस्को के कारबोरोग स्टील में 5-5 फीसदी शेयर हैं। जबकि जेएफई स्टील और जेएफई शोजि के 2.5-2.5 फीसदी शेयर हैं।
कारबोरोग डाउंस कोल खदान ने अगस्त 2006 में उत्पादन शुरू किया था। टाटा समूह वैश्विक स्तर पर विस्तार के लिए कच्चे माल की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए दुनिया भर में कई कंपनियों के साथ मिलकर संयुक्त उपक्रम बना रहा है।