एस्सार ग्लोबल समूह के अध्यक्ष शशि रुइया के लिए जून का महीना कुछ ऐसा रहा जिसे शायद वह याद रखना पसंद न करें।
पिछले महीने एक हफ्ते के अंदर ही एस्सार समूह के हाथों से दो महत्त्वपूर्र्ण अधिग्रहण के अवसर निकल गए। पहले तो एस्सार अमेरिकी स्टील कंपनी एस्मार्क के अधिग्रहण से चूक गई और इस पररूस की प्रमुख धातु कंपनी सेवेरस्ताल का कब्जा हो गया।
समूह की कंपनी एस्सार स्टील होल्डिंग्स लिमिटेड 19 डॉलर प्रति शेयर की दर से एस्मार्क के शेयर खरीदने की तैयारी में थी। उसके कुछ ही दिन बाद केन्या सरकार ने मुंबई के इस समूह को एक जोरदार झटका दिया। मोमबासा में एक रिफाइनरी परियोजना में 50 फीसदी हिस्सेदारी के लिए एस्सार ने दावेदारी पेश की थी, पर यह हिस्सेदारी लीबिया की एक कंपनी को सौंप दी गई।
शशि रुइया और उनके भाई रवि रुइया को 2007 में फोर्ब्स की ओर से दुनिया के अरबपतियों की सूची में 86वें स्थान पर रखा गया था। रुइया बंधुओं के 5 अरब डॉलर (संपत्ति) के एस्सार समूह का दखल मुख्य रूप से स्टील, शिपिंग, टेलीकॉम, निर्माण, ऊर्जा और तेल एवं गैस क्षेत्र में है। संपत्ति के आधार पर एस्सार देश का चौथा सबसे बड़ा औद्योगिक घराना है और इसे यहां तक पहुंचाने में दोनों भाइयों का काफी योगदान रहा है। रुइया परिवार ने अपने कारोबार की शुरुआत चेन्नई से की, जिसके बाद वे मुंबई आ गए।
उनका पहला कारोबार शिपिंग और निर्यात का था और उसके बाद उन्होंने निर्माण क्षेत्र में भी कदम रखा। देश में कई सारे बंदरगाहों का निर्माण एस्सार समूह की ओर से ही किया गया है। शशि रुइया अपने पिता की मौत के समय 24 साल के थे और तब से ही उन्होंने पिता के कारोबार को संभालना शुरू कर दिया। रुइया बताते हैं कि चूंकि शिपिंग और निर्माण उनका प्रमुख कारोबार बन गया था और दोनों के लिए ही मुंबई एक केंद्र की तरह था, इस वजह से उनका परिवार 1978 में मुंबई आ गया।
रुइया अपने काम के प्रति जितने समर्पित रहे हैं, अपने निजी जीवन का भी लुत्फ उठाने में वह उतना ही आगे रहे हैं। अपने बढ़ते वजन के बावजूद उन्होंने खाने से कभी परहेज नहीं किया। उनका परिवार भले ही शुद्ध शाकाहारी हो पर रुइया बंधुओं का प्रिय भोजन हिलसा मछली है। पर यह जरूर है कि समय समय पर उन्हें यह अहसास होता है कि उन्हें अपना वजन घटाना चाहिए और इसके लिए लिए वह विदेशों में हेल्थ स्पा का चक्कर लगाते रहते हैं।
रुइया बंधुओं की अंबानी बंधुओं के साथ प्रतिस्पद्र्धा को भी सभी जानते हैं। भले ही भारत के दो प्रमुख औद्योगिक घरानों के बीच खींचतान हमेशा चलती रही हो, पर फिर भी शशि रुइया धीरू भाई अंबानी को अपना आदर्श मानते हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरीके से धीरू भाई अंबानी ने अपने दोनों बेटों मुकेश और अनिल को प्रशिक्षण दिया वह काबिले तारीफ है। भले ही रुइया अपने कारोबारी जिंदगी में बहुत व्यस्त रहते हों पर फिल्मों के प्रति उनका जो लगाव रहता है उसे पूरा करने के लिए वह समय निकाल ही लेते हैं। फिल्मी कलाकारों में उन्हें हेमामालिनी, शाहरुख खान और ऐश्वर्य राय खास पसंद हैं।