बिजनेस ग्रुप वेदांता (Vedanta) ने दिवालिया हो चुकी जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) को खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। सूत्रों के मुताबिक, वेदांता ग्रुप ने इस खरीद प्रक्रिया के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EOI) दाखिल किया है। अदाणी ग्रुप ने भी अपनी दावेदारी पेश की है।
जयप्रकाश एसोसिएट्स को लेकर क्या है मामला?
जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड, जिसे जेपी ग्रुप की प्रमुख कंपनी माना जाता है, सीमेंट, पावर, होटल, कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट जैसे बिजनेस में सक्रिय है। यह कंपनी भारी कर्ज के चलते इंसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (IBC), 2016 के तहत दिवालिया प्रक्रिया में शामिल की गई है। राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) इलाहाबाद बेंच ने 3 जून 2024 को इसे लेकर आदेश दिया था।
वेदांता और अदाणी की दिलचस्पी
सूत्रों के अनुसार, वेदांता ग्रुप ने JAL को खरीदने के लिए औपचारिक दिलचस्पी दिखाई है। अदाणी ग्रुप भी इसे खरीदने के लिए इच्छुक है। इससे पहले NCLT ने निर्देश दिया था कि JAL को पूरी कंपनी के रूप में बेचा जाएगा, ना कि अलग-अलग बिजनेस सेक्टर में बांटकर।
जेपी ग्रुप पर कितना कर्ज?
जयप्रकाश एसोसिएट्स पर 55,493.43 करोड़ रुपये का कर्ज बैंकों और वित्तीय संस्थानों का बकाया है। कंपनी ने हाल ही में जानकारी दी थी कि उधारदाताओं के एक समूह ने अपना बकाया कर्ज नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) को ट्रांसफर कर दिया है, हालांकि ट्रांसफर की गई कुल रकम का खुलासा नहीं किया गया।
कौन देख रहा है यह मामला?
इस दिवालिया प्रक्रिया की देखरेख भुवन मदान कर रहे हैं, जिन्हें JAL का समाधान पेशेवर (RP) नियुक्त किया गया है। गौरतलब है कि जयप्रकाश ग्रुप की दूसरी कंपनी जयप्रकाश इंफ्राटेक (JIL) को पहले ही मुंबई स्थित सुरक्षा ग्रुप ने इंसॉल्वेंसी प्रक्रिया के तहत खरीद लिया था। (PTI के इनपुट के साथ)