वेदान्त करेगा लांजीगढ़ रिफाइनरी का विस्तार

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 10:02 AM IST

वेदान्त ग्रुप की कंपनी वेदान्त एल्युमिनियम लिमिटेड (वीएएल) कालाहांडी जिले के लांजीगढ़ में एल्युमिनियम रिफाइनरी का विस्तार करने की योजना बना रही है।


इस विस्तार के तहत कंपनी 6,000-7,000 करोड़ रुपये का निवेश कर इसकी क्षमता को 10 लाख टन सालाना से बढ़ाकर 60 लाख टन सालाना करेगी। अगर ऐसा हो जाता है तो लांजीगढ़ की एल्युमिनियम इकाई में कंपनी का कुल निवेश 10,000 से 11,000 करोड़ रुपये तक बढ़ जाएगा।

दिलचस्प बात यह है कि कंपनी इस रिफाइनरी के लिए बॉक्साइट अयस्क की आपूर्ति की कमी से जूझ रही है। लेकिन इसके बाद भी कंपनी इस संयंत्र में भारी भरकम निवेश कर रही है। हालांकि कंपनी नियमगिरी हिल्स में उड़ीसा माइनिंग कॉर्पोरेशन (ओएमसी)के साथ संयुक्त उपक्रम बनाकर इस रिफाइनरी के लिए बॉक्साइट का उत्खनन करने की योजना बना रही है। लेकिन पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटा दिया। उनका कहना है कि इस परियोजना का नियामगिरी के पर्यावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

इसी दौरान वेदान्त ने उच्चतम न्यायलय के  कुछ मानकों को मान लिया है और अब कंपनी नियामगिरी में बॉक्साइट के खनन पर पर न्यायालय के आखिरी फैसले का इंतजार कर रही है। इसी कारण अगस्त 2007 में शुरू हुई लांजीगढ़ रिफाइनरी अपनी क्षमता का आधा ही उत्पादन कर रही है। इससे कंपनी को अगस्त 2007 से ही रोजाना लगभग 1 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है।

अभी तक कंपनी को लगभग 400 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। सूत्रों का क हना है कि कंपनी को उम्मीद है कि उच्चतम न्यायालय कंपनी को बॉक्साइट के खनन की मंजूरी दे देगा। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘सब कुछ न्यायालय के फैसले पर निर्भर करता है।’

First Published : July 9, 2008 | 12:15 AM IST