वीडियोकॉन तैयार है वीसी ब्रांड के साथ

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 1:41 AM IST

प्रमुख उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक रीटेल कंपनी वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज ने जल्द ही पश्चिम एशिया, यूरोप, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में अपने ब्रांड वीसी के साथ।


कंपनी की योजना अपने वैश्विक राजस्व को 2011 तक 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 50 प्रतिशत करने की है। वीडियोकॉन (वैश्विक परिचालन) के वाइस चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी के आर किम ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत के दौरान बताया, ‘कंपनी अंतरराष्ट्रीय परिचालन कार्यों के लिए सहायक कंपनी बनाने के विकल्प पर विचार कर रही है और एक नया वैश्विक ब्रांड तैयार कर रही है।’

भारत में दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनी एलजी को पहचान दिलाने के बाद किम ने हाल ही में वीडियोकॉन के साथ आगे आए हैं। किम का कहन है, ‘विडियोकॉन यूरोप में अपनी थोड़ी बहुत पहुंच के साथ अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन कार्यों से लगभग 1200 करोड़ रुपये कमाती है। इसके मुकाबले एलजी अपने राजस्व का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा अंतरराष्ट्रीय बाजारों से कमाती है।

इस बात को ध्यान में रखते हुए हमनें अधिग्रहण और आम दोनों तरीकों से कंपनी की क्षमता में विस्तार की योजना बना रहे हैं।’ किम का कहना है कि इस ब्रांड के साथ कंपनी को उम्मीद है कि वह अगले 6 महीनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कदम रख पाएगी।

वीडियोकॉन पहले ही नोर्डमेंड जैसे ब्रांडों को यूरोपीय बाजारों में खरीद चुकी है। उम्मीद है कि कंपनी इसे अंतरराष्ट्रीय ब्रांड को भारत में प्रीमियम लेबल के रूप में पेश करे। इसके साथ कंपनी अपने प्रमुख ब्रांड वीडियोकॉन के चलते कई कॉन्ट्रेक्ट निर्माता कंपनियों के साथ बहु-ब्रांडों जैसे कि इलेक्ट्रोलक्स, केलविनेटर, सेन्सुई, अकाई और हुंडई के लिए करार कर चुकी है।

अब वीडियोकॉन की बास्केट के विभिन्न ब्रांडों के प्रदर्शन की समीक्षा करने वाली है और किम का कहना है कि इनमें से कुछ ब्रांड नदारद भी हो सकते हैं। वीडियोकॉन का इरादा अगले तीन वर्षों में 10 लाख मोबाइल उपकरणों को बनाने का है। किम का कहना है, ‘शुरुआती दौर में हम हैंड सेट विदेशों से मंगवाएंगे और उसके एक साल बाद भारत में उत्पादन की संभावनाओं को तलाशेंगे। ये हैंडसेट विदेशी बाजारों में भी बेचे जाएंगे।’

वीडियोकॉन अपना दूरसंचार नेटवर्क अपनी सहायक कंपनी डाटाकॉम के बैनर तले अगस्त के मध्य तक शुरू करेगी। कंपनी का इरादा पांच वर्षों में बाजार के 10 प्रतिशत हिस्से पर अपना हक जमाने का है। कंपनी को तीन सर्किलों में अपनी दूरसंचार सेवाएं देने के लिए  लाइसेंस मिल चुका है और उसे स्पेक्ट्रम भी आवंटित हो चुका है, जिससे वह रेडियो तरंगों के माध्यम से बेतार संचार सुविधाएं दे पाएगी।

First Published : May 24, 2008 | 12:46 AM IST