‘टशन’ पिटी तो गायब हो गई यश चोपड़ा की भी टशन

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 9:41 PM IST

बुरे दिन कभी कहकर नहीं आते और उनके आगे हर किसी को झुकना पड़ता है। दिग्गज फिल्मकार यश चोपड़ा के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।


‘चक दे इंडिया’ जैसी फिल्मों के सुपरहिट होने के बाद हवा के घोड़ों पर सवार चोपड़ा ‘टशन’ की खस्ता हालत देखकर वापस जमीन पर आ गए हैं। पहले वह अपनी शर्तों पर फिल्म को मल्टीप्लेक्स में रिलीज करने की बात कह रहे थे, लेकिन अब कमाई में कम हिस्से पर भी फिल्में वहां रिलीज करने के लिए तैयार हैं।


कम कमाई का समझौता


चोपड़ा ने टिकट बिक्री से होने वाली कमाई में कम हिस्सा लेकर भी फिल्में रिलीज करने के लिए मल्टीप्लेक्स मालिकों के साथ समझौता कर लिया है। करार के बाद मल्टीप्लेक्स मालिकों के चेहरों पर भी रौनक आ गई है।


दरअसल 25 अप्रैल को रिलीज हुई यशराज बैनर की ‘टशन’ को दमदार ओपनिंग नहीं मिली। इससे परेशान चोपड़ा ने अपने बैनर की अगली 4  फिल्मों के लिए कुछ लचीला रुख अख्तयार कर लिया। अब उन्हें मुंबई में इन फिल्मों की टिकट बिक्री में से पहले हफ्ते में 48 फीसद और दूसरे हफ्ते में 38 फीसद हिस्सा दिया जाएगा। दूसरे शहरों के मल्टीप्लेक्सों में उन्हें पहले हफ्ते में 50 और दूसरे हफ्ते में 40 फीसद हिस्सा हासिल होगा।


4 फिल्मों के लिए करार


यशराज बैनर ने जिन 4 फिल्मों के लिए मल्टीप्लेक्सों के साथ करार किया है, उनमें ‘टशन’ के अलावा तीन और फिल्में भी हैं। इनमें एनिमेशन फिल्म ‘रोडसाइड रोमियो’ शामिल है। दूसरी फिल्म रणवीर कपूर और दीपिका पादुकोण के अभिनय वाली ‘बचना ऐ हसीनों’ है। इस फिल्म को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह है क्योंकि रणवीर और दीपिका के निजी जीवन में भी गहरे संबंध हैं। तीसरी फिल्म है, रानी मुखर्जी और सैफ अली खान की ‘थोड़ा प्यार थोड़ा मैजिक’।


आमतौर पर यश राज बैनर किसी फिल्म को इतनी कम कमाई में रिलीज नहीं करता। वैसे इसी बैनर की आदित्य चोपड़ा निर्देशित ‘रब ने बना दी जोड़ी’ के प्रसारण के लिए मल्टीप्लेक्स मालिकों से राजस्व में पहले और दूसरे हफ्ते के लिए क्रमश: 50 और 42 फीसदी की हिस्सेदारी का समझौता किया है।


सभी प्रमुख मल्टीप्लेक्सों में टशन पिछले शनिवार से ही दिखाई जा रही है। हालांकि चोपड़ा शुरू से इतनी कम हिस्सेदारी पर फिल्म दिखाने को राजी नहीं थे। उन्होंने टशन के लिए पहले हफ्ते में 50 फीसद और दूसरे हफ्ते में 45 फीसद हिस्सेदारी की मांग की थी।


लेकिन पीवीआर सिनेमाज, ऐडलैब्स सिनेमाज, श्रीनगर सिनेमाज, सिनेमैक्स इंडिया और इनॉक्स लेजर जैसी बड़ी मल्टीप्लेक्स शृंखलाओं ने इससे साफ इनकार कर दिया था। इसी वजह से टशन को सिंगल स्क्रीन थिएटर में ही रिलीज किया गया था। मल्टीप्लेक्सों में रिलीज नहीं हो पाने के कारण 35 से 40 करोड़ रुपये के लागत वाली इस फिल्म को शुरुआती हफ्ते में 15 से 20 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा था।


नाकामी से नरमी


दरअसल पिछले साल की नाकामी की वजह से ही यश चोपड़ा के तेवर नर्म हैं। पिछले साल 5 फिल्मों से उन्हें महज 10 फीसद की कमाई हुई थी। इनमें केवल ‘चक दे इंडिया’ और ‘तारा रम पम’ को दर्शकों का प्यार मिल पाया, जबकि ‘लागा चुनरी में दाग’, ‘झूम बराबर झूम’, और ‘आजा नचले’ बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह गिर गई थीं। इन फिल्मों के लिए यश राज बैनर ने पहले दो हफ्तों की कमाई में से 50 और 45 फीसद हिस्सा वसूला था।

First Published : May 5, 2008 | 11:16 PM IST