अमेरिकी निवेश कंपनी विल्बर रोस दिल्ली की कम किराया वाली विमानन कंपनी स्पाइसजेट पर डोरे डाल रही है।
शराब कारोबारी विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन और स्पाइसजेट में हिस्सेदारी रखने वाले प्रमोटरों के बीच बातचीत में गतिरोध पैदा हो जाने के बाद विल्बर रोस इस विमानन कंपनी में निवेश के लिए अपनी इच्छा का इजहार कर सकती है।
हालांकि विल्बर रोस ने इस संभावित सौदे को लेकर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन भारत में इस कंपनी के अधिकारी ने स्पाइसजेट से बातचीत का खंडन नहीं किया है। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि अमेरिकी कंपनी विमानन कंपनी में प्रमोटर हिस्सेदारी खरीदने की संभावना तलाश रही है या ताजा इक्विटी निवेश की संभावना तलाश रही है।
भारत में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुकी विल्बर रोस ने अब तक विमानन क्षेत्र में निवेश नहीं किया है। स्पाइसजेट अपने नए बोइंग बेड़े के लिए विमान खरीद को ध्यान में रख कर कोष जुटाने की संभावना तलाश रही है। इन विमानों की डिलीवरी अगले पांच महीनों में की जानी है। स्पाइसजेट के निदेशक भूपेन्द्र कंसाग्रा ने लंदन से बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत करते हुए कहा, ‘यदि मुझे सही मूल्य मिलता है तो मैं अपनी हिस्सेदारी बेचने को इच्छुक हूं। तेल दबाव आदि की वजह से मौजूदा मूल्य निर्धारण उचित नहीं है।’
दूसरी तरफ सही कीमत निर्धारण को लेकर माल्या भी स्पाइजेट के साथ बातचीत को आगे नहीं बढ़ा पा रहे हैं। उनका कहना है कि यदि सही मूल्य निर्धारण होता है तो वे स्पाइसजेट के साथ गंभीरता से बातचीत करेंगे। रोशचाइल्ड की रिपोर्ट में विल्बर रोस का नाम संभावित विकल्प के रूप में सुझाया गया था।