वूलवर्थ्स की गुड़िया स्पेंसर्स स्टोर में

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 4:40 AM IST

विलायती खिलौनों के शौकीन बच्चों के लिए ब्रिटेन की खिलौना दिग्गज कंपनी वूल वर्थ्स पीएलसी का भारत आना वाकई अच्छी खबर है।


कंपनी ने भारतीय बाजार में प्रवेश करने के लिए स्पेंसर्स के साथ समझौता किया है। इस समझौते के तहत वूल वर्थ्स ‘चैड वैली’ नाम से अपनी खिलौनों की शृंखला को आरपीजी समूह की खुदरा इकाई स्पेंसर्स के साथ मिलकर भारतीय बाजार में उतारेगी।

एशिया में पहली बार

वूल वर्थ्स का कुल कारोबार लगभग 240 अरब रुपये  का है। इस समझौते के साथ ही वूल वर्थ्स एशियाई बाजार में भी पहली बार कदम रखेगा। इस समझौते के तहत भारत में स्पेंसर्स  ही वूलवर्थ्स का पार्टनर होगा।  स्पेंसर्स वूलवर्थ्स के खिलौनों को देशभर में अपने लगभग 400 स्टोरों में बेचेगा।

वूल वर्थ्स का पहला ‘चैड वैली’ शोरूम कोलकाता में स्पेंसर्स के हाइपर मार्केट में खोला गया है। वूल वर्थ्स पीएलसी  खिलौने ही नहीं बच्चों के  लिए कपड़े भी बनाती है। कंपनी की योजना स्पेंसर्स के साथ मिलकर इन कपड़ों को भी भारतीय बाजार में बेचने की योजना बना रही है। 

वूल वर्थ्स पीएलसी के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख सिमोन ब्राउन ने कहा, ‘हमें भारत में मौजूद खिलौनों के बाजार में काफी संभावनाएं नजर आती हैं। स्पेंसर्स के साथ किये गये इस समझौते तहत हम भारतीय बाजार में अपने खिलौने बेचेंगे। हम हर स्टोर में लगभग 500 खिलौने बेचेंगे।’

ब्राउन ने कहा, ‘भारत में खिलौनों का संगठित बाजार न के बराबर है। लेकिन खुदरा बाजार के आने से यह बाजार लगभग 50 फीसदी की रफ्तार से विकास कर रहा है।’ हाल फिलहाल स्पेंसर्स भारत में मौजूद अपने हाइपर मार्केट में चैड वैली के लगभग 10 शोरूम खोलेगा। कंपनी की योजना कुछ दिन बाद एकल स्टोर खोलने की भी है। लेकिन एकल स्टोरों के संचालन की जिम्मेदारी भी स्पेंसर्स की ही होगी।

आरपीजी इंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष संजीव गोयनका ने कहा, ‘चैड वैली दुनिया भर में जानी मानी खिलौना कंपनी है। इसके खिलौनों को हर  मुल्क के बच्चे पसंद करते हैं। इसीलिए हमने भारत में इसके खिलौने बेचने के लिए समझौता किया है।  दरअसल हमारे स्टोरों में भी खिलौनों की मांग बढ़ती जा रही थी। इसी वजह से हमने वूलवर्थ्स का हाथ थम लिया।’

First Published : June 9, 2008 | 12:22 AM IST