येस बैंक के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा है कि नए प्रबंधन के तहत बैक ने अपने जोखिम और संचालन के ढांचे में व्यापक बदलाव किया है। कुमार ने बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में शेयरधारकों के नाम संदेश में कहा कि बैंक ने ये बदलाव अपनी छवि को जोखिमों से बचाने तथा खुद को एक ऐसे ब्रांड के रूप में पेश करने के लिए किए हैं, जो विश्वसनीय है। कुमार ने कहा, बैंक अपने सभी शेयरधारकों के प्रति जवाबदेही की संस्कृति को लेकर प्रतिबद्ध है।
येस बैंक के सह-संस्थापक एवं पूर्व मुख्य कार्याधिकारी राणा कपूर पर कथित रूप से कर्ज देने और खुलासे में गड़बड़ी के आरोप लगे थे। इसके चलते बैंक की गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) लगातार बढ़ती रहीं। रिजर्व बैंक और सरकार ने मार्च में बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। भारतीय स्टेट बैंक की अगुआई में विभिन्न ऋणदाताओं के गठजोड़ ने बैंक के लिए 10,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज दिया था। एसबीआई के पूर्व अधिकारी कुमार को नई व्यवस्था में बैंक का नया सीईओ नियुक्त किया गया था। कुमार ने कहा, बैंक ने अपने जोखिम ढांचे में उल्लेखनीय बदलाव किए हैं। इससे हम आगे आने वाले जोखिमों की पहचान कर सकेंगे और उनका तत्काल समाधान कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अभी हमें इस मोर्चे पर काफी कुछ करने की जरूरत है। कुमार ने कहा कि बैंक का बोर्ड और प्रबंधन अपने ग्राहकों, कर्मचारियों, समुदायों, नियामकों और शेयरधारकों की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेगा।