मुंबई के क्रिकेटर मुशीर खान (Musheer Khan) ने वानखेड़े स्टेडियम में विदर्भ के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया है। 19 वर्षीय, जो भारतीय क्रिकेटर सरफराज खान के छोटे भाई हैं, ने प्रभावशाली कौशल और संयम दिखाते हुए मुंबई की दूसरी पारी में शतक बनाया।
मुशीर खान रणजी फाइनल में यह उपलब्धि हासिल करने वाले अपनी टीम के सबसे कम उम्र के बल्लेबाज बन गए, उन्होंने 21 साल की उम्र में तेंदुलकर द्वारा बनाए गए पिछले रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
1994-95 के रणजी ट्रॉफी फाइनल में पंजाब के खिलाफ तेंदुलकर की यादगार 140 रन की पारी ने उस जमाने में कमाल कर दिया था और उन्होंने यह रिकॉर्ड केवल 21 साल की उम्र में बनाया था। अब 29 साल बाद मुशीर ने उसी वानखेड़े मैदान पर सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
विदर्भ के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण के खिलाफ, मुशीर ने अपनी मैच्योरिटी दिखाई, धैर्यपूर्वक अपनी पारी बनाई और 255 गेंदों का सामना करने के बाद अपना शतक पूरा किया। तीसरे दिन इस मैच को देखने खुद सचिन तेंदुलकर पहुंचे और इस तरह से मुशीर के लिए यह उपलब्धि और भी बड़ी हो गई।
रणजी फाइनल में अपने असाधारण प्रदर्शन से पहले, मुशीर ने साल की शुरुआत में आईसीसी अंडर-19 विश्व कप में भारत के लिए खेलकर पहले ही सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा था। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 360 रन बनाकर अपनी प्रतिभा को सबके सामने पेश किया था।
इसके अतिरिक्त, मुशीर ने बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल में अपनी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक बनाया। इसके बाद उन्होंने 357 गेंदों पर 203 रन बनाकर इसे दोहरे शतक में बदल दिया।
खान बंधु मुशीर और सरफराज भारतीय क्रिकेट में धूम मचा रहे हैं। टेस्ट में सरफराज की सफलता के साथ-साथ मुशीर का तेजी से आगे बढ़ना, मुंबई की मजबूत क्रिकेट की मजबूती को बताता है।