उदार रुख फिलहाल बरकरार रहने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास के संकेत के बाद बॉन्ड की कीमतों में तेजी दिखी है। दास ने संकेत दिए हैं कि उदार नीतियां लंबे समय तक जारी रहेंगी। दास ने यह भी इशारा किया कि केंद्रीय बैंक अभी महंगाई पर ध्यान नहीं दे रहा है और उसका पूरा जोर आर्थिक वृद्धि तेज करने पर है।
बिजनेस स्टैंडर्ड के साथ एक खास बातचीत में दास ने कहा, ‘मौद्रिक नीति के स्तर पर जारी उदार उपाय जल्दबाजी में वापस लिए गए तो आर्थिक सुधार की गति फिर थम जाएगी।’ पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल फिसलने के बाद देसी बाजार में भी प्रतिफल में कमी देखी गई। गुरुवार को पांच वर्ष की अवधि के मानक बॉन्ड पर प्रतिफल 9.3 आधार अंक फिसल गया और इसके बाद चार वर्ष की अवधि के बॉन्ड पर भी प्रतिफल 9 आधार अंक कम हो गया। सर्वाधिक कारोबार करने वाले 14 वर्ष के बॉन्ड पर प्रतिफल 5.6 आधार अंक कम होकर 6.729 प्रतिशत रह गया। पिछले दो दिनों में 14 वर्ष की अवधि के बॉन्ड पर प्रतिफल 14 आधार अंक तक लुढ़क चुका है। गुरुवार को 5 वर्ष का ओवरनाइट इंडेक्स स्वैप्स (ओआईएस) 11 आधार अंक कम हो गया। जन स्मॉल फाइनैंस बैंक में ट्रेजरी प्रमुख गोपाल त्रिपाठी ने कहा कि बढ़ती महंगाई के बीच ब्याज दरें बढऩे की आशंका आरबीआई गवर्नर के बयान के बाद कमजोर हो गई है।
आरबीआई शुक्रवार को 10 वर्ष की अवधि का नया मानक बॉन्ड जारी करने जा रहा है। प्रतिफल में कमी से आरबीआई को बॉन्ड पर कम ब्याज निर्धारित करने में मदद मिलती है। बाजार यह भी समझ चुका है कि 10 वर्ष की अवधि के बॉन्ड पर ब्याज आरबीआई के नियंत्रण में रहेगा।