अर्थव्यवस्था

रुपये-दिरहम में कारोबार बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं भारत और यूएई: गोयल

दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में बढ़कर 84.9 अरब डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 72.9 अरब डॉलर था।

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भाषा   
Last Updated- October 05, 2023 | 8:18 PM IST

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने गुरुवार को कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) रुपये और दिरहम में कारोबार को बढ़ाने की संभावनाएं तलाश रहे हैं। इससे द्विपक्षीय व्यापार को काफी बढ़ावा मिलेगा। गोयल ने कहा कि इसके अलावा इससे यूएई से भारत में धन भेजने की लागत भी कम होगी।

गोयल ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने रुपये-दिरहम व्यापार को और बढ़ाने पर विचार किया है, जिसे यूएई के केंद्रीय बैंक और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के प्रयासों से चलाया जा रहा है।”

उन्होंने कहा, “मैंने अभी-अभी आरबीआई और यूएई के केंद्रीय बैंक के साथ चर्चा पूरी की है और हम इसपर सहमत हुए हैं कि उद्योग और बैंकरों के साथ मिलकर रुपये-दिरहम व्यापार को और अधिक तेजी से और बड़े पैमाने पर संचालित करने के लिए काम किया जाएगा।”

गोयल यहां ‘निवेश पर भारत-यूएई के उच्चस्तरीय कार्यबल’ की 11वीं बैठक में भाग लेने आए हैं। उन्होंने कहा कि घरेलू मुद्राओं से दोनों देशों के बीच हर प्रकार के कारोबार पर लगभग पांच प्रतिशत बचत होगी। दोनों पक्षों ने भारत में खाद्य एवं औद्योगिक पार्क तैयार करने पर चर्चा की।

द्विपक्षीय कारोबार और आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए भारत और यूएई के बीच पहले से ही पिछले साल मई में मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) हो चुका है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में बढ़कर 84.9 अरब डॉलर हो गया है, जो 2021-22 में 72.9 अरब डॉलर था।

गोयल ने कहा कि यूएई के निवेशक भारत में स्वच्छ ऊर्जा, बुनियादी ढांचे, शिक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, खाद्य प्रसंस्करण और वित्तीय सेवाओं जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश करने के इच्छुक हैं। उन्होंने कहा कि भारत में यूएई के निवेशकों के लिए एयरलाइन क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं क्योंकि भारत सरकार यात्रा और पर्यटन क्षेत्रों पर काफी जोर दे रही है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यूएई की कंपनियां वित्तीय सेवाओं में काफी रुचि दिखा रही हैं।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कुछ दिन बाद हम सार्वजनिक क्षेत्रों और विनिर्माण व सेवा क्षेत्रों में अच्छा निवेश देखेंगे।” मंत्री ने कहा कि फार्मा, सड़क और राजमार्ग, बंदरगाह, अन्य बुनियादी गतिविधियों, स्वच्छ ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश आने की संभावना है।

First Published : October 5, 2023 | 8:18 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)