निवेश चक्र में तेजी की आस

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:38 PM IST

कोविड टीकाकरण में तेजी और त्योहारों से उत्साहित वित्त मंत्रालय ने आज कहा कि निवेश चक्र शुरू होने का पूरा आधार तैयार है और अर्थव्यवस्था का परिदृश्य काफी सकारात्मक दिख रहा है। मंत्रालय ने कहा कि इससे सुधार को बल मिलेगा और भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से विकास करने वाला देश होगा।
वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग ने अक्टूबर के लिए अपनी मासिक समीक्षा में कहा कि मांग में आगे और तेजी आएगी, आपूर्ति शृंखला पूरी तरह बहाल होगी, मांग और आपूर्ति का अंतर कम होगा तथा रोजगार के ज्यादा अवसर सृजित होंगे।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सकल स्थिर पूंजी निर्माण 55 फीसदी बढ़ा है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 46.6 फीसदी घटा था। हालांकि कोविड से पहले यानी 2020 की पहली तिमाही से तुलना करें तो सकल स्थिर पूंजी निर्माण वित्त वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 9.3 फीसदी घटा है। लेकिन निवेश चक्र, खास तौर पर निजी क्षेत्र के निवेश में अभी तेजी नहीं आई है।
हालांकि विभाग ने मुख्य खुदरा मुद्रास्फीति को लेकर सतर्क रुख अपनाया है। इस श्रेणी में गैर-खाद्य तथा गैर-तेल उत्पादों की कीमतों में तेजी की दर है, जो सितंबर में 5.9 फीसदी पर बनी हुई थी।
अक्टूबर की मासिक समीक्षा में विभाग ने उम्मीद जताई कि पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती से मुद्रास्फीति का दबाव कम होगा। विभाग ने कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान आर्थिक सुधार में गति आई है और दीवाली में 1.3 लाख करोड़ रुपये की बिक्री हुई, जो दशक में सबसे अधिक है।
विभाग ने आर्थिक सुधार में आत्मनिर्भर भारत अभियान के योगदान का भी उल्लेख किया है। इससे कारोबारी अवसर तथा खर्च बढ़ाने का माध्यम बढऩे के संकेत मिले हैं।
विश्व व्यापार संगठन के अक्टूबर के वैश्विक व्यापार संभावनाओं के अनुमान का हवाला देते हुए आर्थिक मामलों के विभाग ने कहा कि यह भारत के साथ भी सटीक बैठता है। निकट भविष्य में देश का निर्यात तेजी से बढ़ेगा और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी अनुमान लगाया है कि भारत इस साल और आने वाले वर्षों में सबसे तेजी से बढऩे वाली बड़ी अर्थव्यवस्था होगी। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चालू वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक विकास दर 9.5 फीसदी रहने और अगले साल 8.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है।

First Published : November 10, 2021 | 9:59 PM IST