वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज उद्योग के दिग्गजों से अनुरोध किया कि वे छोटे कारोबारियों को अग्रिम भुगतान करें, जो चल रही महामारी से बहुत प्रभावित हैं। सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यमों (एमएसएमई) को समय से भुगतान करने से कारोबार की निरंतरता और रोजगार व वृद्धि को गति देने में मदद मिलेगी।
प्रमुख उद्योग संगठनों के साथ एक वर्चुअल बैठक को संबोधित करते हुए गोयल ने यह कहा। इस बैठक में उद्योग संगठनों से आर्थिक गतिविधियां तेजी से बहाल करने और वृद्धि में तेजी लाने के लिए सुझाव मांगे गए।
बैठक में मौजूद उद्योग लॉबी समूह पीएचडीसीसीआई चैंबर्स के अध्यक्ष प्रदीप मुल्तानी ने एक बयान में कहा कि आदतन चूक करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, जो अपनी भुगतान की बाध्यताएं समझौते के मुताबिक अधिकतम 45 दिन में पूरी नहीं करते। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, ‘पीएचडीसीसीआई बड़े कारोबारी समूहों और पीएसयू से अनुरोध करता है कि वे एमएसएमई का लंबित भुगतान जारी करें, जिससे मौजूदा कठिन दौर में उनकी वित्तीय जरूरतें पूरी हो सकें।’
गोयल ने आगे कहा कि कुछ देशों के साथ जल्द परिणाम देने वाले समझौते पर सरकार तेजी से काम करने को इच्छुक है, जिससे उद्योग तक जल्द लाभ पहुंचेगा। यूएई के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत करीब अंतिम दौर में है, ऑस्ट्रेलिया से आंतरिक समझौते की बाद भी अंतिम चरण में है। इसके अलावा इजरायल के साथ भी बातचीत चल रही है।
इसके अलावा दक्षिण कोरिया के साथ समग्र बातचीत तेजी से चल रही है और उसमें पहले के मुक्त व्यापाार समझौते की चिंताओं के समाधान की कवायद की जा रही है। उन्होंने उद्योग के दिग्गजों से कहा कि वह सरकार को इनपुट मुहैया कराने में अतिसक्रियता दिखाएं, खासकर एफटीए वार्ताओं जैसे क्षेत्रों में।
उन्होंने उद्योग से बिजनेस प्रॉसेस और मंजूरियों के लिए एकल खिड़की के इस्तेमाल का भी अनुरोध किया और आगे नियमों को अपराधीकरण से मुक्त करने व अनुपालन का बोझ कम करने को लेकर और सुझाव मांगे हैं।