लोगों का आना-जाना बढ़ा, बिजली उत्पादन स्थिर

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:09 PM IST

नवीनतम सप्ताह में बस स्टॉप, रेलवे स्टेशन और सबवे जैसे आवागमन वाले केंद्रों पर लोगों की भीड़ फरवरी 2020 के बाद से सर्वाधिक स्तर पर रही, जब से आवागमन के आंकड़े उपलब्ध होने लगे थे। सर्च इंजन गूगल निजता संरक्षण के साथ जगह के आंकड़ों का उपयोग करते हुए विभिन्न श्रेणियों के स्थानों पर लोगों की यात्राओं पर यह समझने के लिए नजर रखता है कि वे महामारी के दौरान किस तरह आवागमन कर रहे हैं। ये आंकड़े एक अंतराल के साथ जारी किए जाते हैं। नवीनतम आंकड़े 25 नवंबर तक के हैं, जो कोविड-19 की नई किस्म (ओमीक्रोन) की पहचान के एक दिन बाद के हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 26 नवंबर को इसे चिंता की नई किस्म के रूप में निर्दिष्ट किया था। आवागमन के आंकड़े बताते हैं कि नवीनतम सप्ताह के दौरान खुदरा और मनोरंजन केंद्रों की यात्राएं भी बढ़ी हैं।
पिछले सप्ताह बिजली उत्पादन स्थिर था और यह काफी हद तक एक सप्ताह पहले के उत्पादन के अनुरूप था। 29 नवंबर, 2021 को समाप्त हुए सप्ताह के लिए खबर देने वाले दिन के आंकड़ों के आधार पर देश भर में बिजली उपयोगिताओं ने प्रतिदिन औसतन 351.9 करोड़ यूनिट बिजली का उत्पादन किया, जो एक सप्ताह पहले के 347.3 करोड़ यूनिट से 1.3 प्रतिशत अधिक है। हालांकि पिछले सप्ताह उत्पादन वर्ष 2020 के इसी सप्ताह की तुलना में 6.8 प्रतिशत कम था और वर्ष 2019 के इसी सप्ताह के उत्पादन की तुलना में केवल 1.5 प्रतिशत अधिक था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड नाइट्रोजन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन पर भी नजर रखता है। यह औद्योगिक गतिविधि और वाहनों से उत्पन्न होता है। इसका अधिक स्तर अधिक आर्थिक गतिविधियों की ओर इशारा करता है। दिल्ली में उत्सर्जन वर्ष 2019 की तुलना में 46 फीसदी अधिक था। यह पिछले सप्ताह के मुकाबले भी अधिक है। मुंबई में उत्सर्जन सुस्त रहा।
स्थिति संबंधी वैश्विक प्रौद्योगिकी फर्म टॉमटॉम इंटरनैशनल के आंकड़े बताते हैं कि मुंबई में यातायात की भीड़-भाड़ एक सप्ताह पहले की तुलना में कम थी। नवीनतम सप्ताह में यह वर्ष 2019 के मुकाबले 35 प्रतिशत कम रहा, जबकि पिछले सप्ताह में यह वर्ष 2019 की तुलना में 33 प्रतिशत कम था। दिल्ली में यातायात की भीड़-भाड़ वर्ष 2019 के स्तर से 22 प्रतिशत कम। पिछले सप्ताह यह वर्ष 2019 के स्तर से 27 प्रतिशत कम थी।
भारतीय रेलवे द्वारा माल ढुलाई की मात्रा में इजाफे की रफ्तार धीमी पड़ गई है। पिछले सप्ताह के 10.7 प्रतिशत की तुलना में नवीनतम सप्ताह में यह 6.3 प्रतिशत रही। इन वस्तुओं की ढुलाई करने से मिलने वाला पैसा या माल ढुलाई का राजस्व 8.9 प्रतिशत अधिक रहा, जबकि पिछले सप्ताह में 21.6 प्रतिशत अधिक था।
बिज़नेस स्टैंडर्ड इन साप्ताहिक संकेतकों पर नजर रखता है ताकि इस बात की मौजूदा तस्वीर मिल सके कि अर्थव्यवस्था का क्या हाल है। वृहत अर्थव्यवस्था के आधिकारिक आंकड़े आम तौर पर कुछ अंतराल के बाद जारी किए जाते हैं। वैश्विक स्तर पर विश्लेषक इसी तरह के संकेतकों पर नजर रख रहे हैं, क्योंकि विभिन्न देशों ने कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के लिए पाबंदियां लगाई हैं। इससे लोगों के बीच तेजी से बदलती परिस्थितियों की थाह लेने में मदद मिलती है। गूगल के आंकड़े कुछ अंतराल के बाद जारी किए जाते हैं। नवीनतम आंकड़े 25 नवंबर तक के हैं। अन्य सभी आंकड़े रविवार 28 नवंबर तक के हैं।
 

First Published : December 1, 2021 | 12:01 AM IST