सस्ता हुआ पेट्रोल और डीजल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 08, 2022 | 7:43 AM IST

मंदी के बीच अच्छी खबर यह है कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करने का ऐलान कर दिया है।


पेट्रोल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दाम 2 रुपये प्रति लीटर कटौती की गई है, जबकि रसोई गैस और केरोसिन तेल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है।

नई दरें शुक्रवार रात से प्रभावी होंगी। गौरतलब है कि कच्चे तेल की अंतराष्ट्रीय कीमतों में कमी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने यह पहल की है।

पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा कि अंतरिम कदम उठाते हुए सरकार ने शुक्रवार रात से कीमतों में कटौती का फैसला किया है। बता दें कि जुलाई 2007 से जुलाई 2008 के बीच कच्चे तेल की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई थीं।

इसकी वजह से तेल कंपनियों का घाटा बहुत बढ़ रहा था, जिससे सरकार ने जून 2008 में पेट्रोल की कीमतों में 5 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमतों में 3 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया था। साथ ही रसोई गैस के हर सिलेंडर को भी 50 रुपये महंगा कर दिया गया था।

पिछले कुछ समय में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें करीब 70 फीसदी तक घटी हैं और इससे सरकारी तेल कंपनियों की स्थिति बेहतर हुई है। कीमतें घटाने से इन कंपनियों पर एक बार फिर से वित्तीय दबाव बढ़ेगा।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से तेल कंपनियों को एक लीटर पेट्रोल की बिक्री पर 13 रुपये और एक लीटर डीजल की बिक्री पर 3 रुपये का मुनाफा हो रहा था ।

जिससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती की मांग की जा रही थी। हालांकि केरोसिन और रसोई गैस की बिक्री पर इन्हें अब भी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही वजह है कि इसकी कीमतों में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं किया गया है।

पिछली दफा फरवरी 2007 में ईंधन की कीमतों में कटौती की गई थी और उसके बाद से ही कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने के कारण ईंधन के दाम भी लगातार बढ़ते रहे हैं।

हालांकि कच्चे तेल की कीमतें 147 डॉलर प्रति बैरल से घटकर करीब 46 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गया है।


ऐसे में कीमतों में कटौती का सरकार पर चौतरफा दबाव बना हुआ था। खुद पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा भी संकेत दे चुके थे कि ईंधन की कीमतों में जल्द ही कटौती की जाएगी।

वैसे, सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनावों से पहले कीमतों में एक और कटौती की जा सकती है।

जानकार बताते हैं कि कीमतें घटाना राहत पैकेज का हिस्सा हो सकता है। ईंधन की कीमतें घटाने से महंगाई पर लगाम लगाना आसान हो जाएगा, जो 22 नवंबर को समाप्त सप्ताह में 8.4 फीसदी पर आ गई है। अगस्त के शुरुआत में महंगाई ने लगभग 13 फीसदी का आंकड़ा छू लिया था।

एक और राहत की उम्मीद

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ ने कहा कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार को गति देने के लिए सरकार और रिजर्व बैंक की ओर से शनिवार को व्यापक राहत पैकेज की घोषणा की जा सकती है।
इसमें निर्यातकों और उद्योगों को मदद के लिए सरकार उत्पाद शुल्क और ब्याज दरों में कटौती कर सकती है।

घटे ब्याज दर…

एसएलआर में 100 से 200 आधार अंकों की कटौती की उम्मीद है। अगर बैंक इस कटौती का फायदा उद्योग जगत को उठाने दें तो इससे ऑटो उद्योग को काफी राहत मिलेगी।   

वेणु श्रीनिवासन, सीईओ, टीवीएस मोटर्स


सस्ता होगा कर्ज

अगली तिमाही में दरों में 100 से 200 आधार अंकों की कटौती की जानी चाहिए। अगर नकदी बढ़ेगी तो ऋण भी सस्ता होगा। पर दरों में कटौती एक साथ नहीं होगी।  

गुनीत चड्डा, एमडी और सीईओ,
डॉयचे बैंक (भारत)


तत्काल कुछ नहीं

तत्काल कोई उम्मीद करना सही नहीं है। नीति-निर्माताओं ने विकास के बजाय महंगाई से निपटने पर अधिक ध्यान दिया है। बेहतर तो यही होगा कि वे अपने इस रवैये में बदलाव लाएं। 

रामदेव अग्रवाल, सीईओ,मोतीलाल ओसवाल सिक्योरिटीज

पेट्रोल की कीमतों में 5 रुपये और डीजल की कीमतों में    2 रुपये प्रति लीटर की कटौती

रसोई गैस और केरोसिन तेल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं

नई दरें शुक्रवार मध्यरात्रि से लागू होंगी

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से सरकार पर कीमतों में कटौती का बना हुआ था दबाव

First Published : December 6, 2008 | 12:19 AM IST