जून में खुदरा महंगाई पहुंची आरबीआई के लक्ष्य के पार

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 15, 2022 | 4:54 AM IST

उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई जून में 6.09 फीसदी रही। यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के देश में महंगाई के लक्षित दायरे 4 (2 कम या अधिक) फीसदी से थोड़ी ऊपर रही है। ये आधिकारिक आंकड़े सोमवार को जारी किए गए। इनसे ब्याज दरों में जल्द ही और कटौती की संभावना पैदा हुई है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने दो महीने के अंतराल के बाद खुदरा मुद्रास्फ ीति के आंकड़े जारी किए गए हैं। एनएसओ ने अप्रैल और मई के खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी नहीं किए थे। इसने इसके लिए कोविड-19 महामारी और विशेष रूप से इन महीनों में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण डेटा संग्रह में दिक्कतों का हवाला दिया। हालांकि इसने सभी महीनों के उपभोक्ता खाद्य कीमत सूचकांक आधारित महंगाई के आंकड़े जारी किए।
एनएसओ ने अप्रैल और मई में खुदरा महंगाई का प्रतिशत नहीं केवल संपूर्ण आंकड़ा जारी किया था। हालांकि उसने खुद स्वीकार किया है कि उन उपसमूहों के आंकड़े अनुमान पर आधारित थे, जिनके आंकड़े पिछले दो महीनों में संग्रहित नहीं किए जा सके। इस वजह से इनकी अप्रैल और मई 2019 से तुलना नहीं की जा सकती।
जून में खाद्य पदार्थों की महंगाई 7.87 फीसदी रही, जो मई में 9.20 फीसदी थी क्योंकि जून के प्रारंभ से लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद खाद्य एवं कृषि आपूर्ति शृंखला खुली। जून 2019 में खुदरा महंगाई 3.18 फीसदी और खाद्य महंगाई 2.25 फीसदी थी।

First Published : July 13, 2020 | 11:15 PM IST