अर्थव्यवस्था

Rupee vs USD: गर्त में पहुंचा रुपया, 14 पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 86 पर पहुंचा

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक धारणा के कारण भी भारतीय मुद्रा पर दबाव पड़ा।

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भाषा   
Last Updated- January 10, 2025 | 7:49 PM IST

Rupee vs USD: अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया शुक्रवार को 14 पैसे टूटकर पहली बार 86.0 (अस्थायी) प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। अमेरिकी डॉलर के मजबूत रुख और विदेशी संस्थागत निवेशकों की भारी पूंजी निकासी से स्थानीय मुद्रा लगातार दबाव में है।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि विदेशों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक धारणा के कारण भी भारतीय मुद्रा पर दबाव पड़ा। उन्होंने कहा कि साथ ही 20 जनवरी के बाद डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में नए अमेरिकी सरकार के प्रतिबंधात्मक व्यापार उपायों की आशंका के बीच मांग बढ़ने से डॉलर मजबूत हुआ है।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 85.88 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान यह 85.85 के उच्चतम स्तर पर पहुंचा हालांकि अंत में डॉलर के मुकाबले अब तक के निचले स्तर पर 86.00 (अस्थायी) पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव के मुकाबले 14 पैसे की गिरावट है। रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 85.86 पर बंद हुआ था।

मिराए एसेट शेयरखान के अनुसंधान विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में गिरावट और विदेशी पूंजी की निकासी जारी रहने के कारण रुपया एक और रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। मजबूत अमेरिकी डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में उछाल ने भी रुपये पर दबाव डाला।

उन्होंने कहा, ‘‘ घरेलू बाजारों में कमजोरी, मजबूत डॉलर और लगातार विदेशी पूंजी की निकासी से रुपये पर दबाव जारी रह सकता है। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में उछाल से घरेलू मुद्रा पर और दबाव पड़ सकता है।’’

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चौधरी ने कहा, ‘‘हालांकि, आरबीआई के किसी भी हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तरों पर सहारा मिल सकता है। निवेशकों की नजर गैर-कृषि क्षेत्र में नौकरी की रिपोर्ट होगी। डॉलर-रुपया की हाजिर कीमत के 85.80 से 86.15 रुपये के बीच रहने की संभावना है।’’

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109.01 पर रहा। 10-वर्षीय अमेरिकी बॉन्ड का यील्ड भी अप्रैल 2024 के स्तर 4.69 प्रतिशत पर पहुंच गया। अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.43 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।

घरेलू शेयर बाजार में बीएसई सेंसेक्स 241.30 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,378.91 अंक पर, जबकि निफ्टी 95.00 अंक यानी 0.40 प्रतिशत फिसलकर 23,431.50 अंक पर बंद हुआ। पिछले तीन सत्रों से घरेलू बाजारों में गिरावट जारी है। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) गुरुवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 7,170.87 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

First Published : January 10, 2025 | 7:49 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)