केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि केंद्र सरकार राज्यों के साथ मिलकर लोगों की जिंदगियां व आजीविका बचाने पर काम कर रही है।
महामारी के दूसरी लहर के बारे में भारत के उद्योग जगत की चिंताओं को लेकर उद्योग संगठनों व उद्योग से जुड़े दिग्गजों से बातचीत के दौरान उन्होंने यह कहा। उन्होंने उद्योगपतियों से कारोबार और भारतीय अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाले असर और उससे बचाव के बारे में भी सुझाव भी मांगा है।
वित्त मंत्री से चर्चा करने वाले प्रमुख उद्योग संगठन प्रमुखों और उद्योगपतियों में कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक उदय कोटक शामिल थे, जो भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के भी अध्यक्ष हैं। उनके अलावा फेडरेशन आफ इंडियन चैंबर आफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री (फिक्की) के उदय शंकर, बंगाल चैंबर आफ कॉमर्स के देव मुखर्जी, बेंगलूरु चैंबर आफ कॉमर्स के टीआर परशुरामन शामिल थे।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ‘इन व्यवसाय/चैंबर नेताओं में से प्रत्येक के साथ टेलीफोन पर बात की। उद्योग और उद्योग संघों से जुड़े मामलों पर उनकी राय ली। उन्हें बताया कि भारत सरकार विभिन्न स्तर पर कोविड की रोकथाम कर रही है। जीवन और आजीविका बचाने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।’
सीतारमण ने टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक टीवी नरेंद्रन, लार्सन ऐंड टुब्रो के एएम नाइक, टीसीएस के प्रबंध निदेशक राजेश गोपीनाथन, मारुति सुजूकी के चेयरमैन आरसी भार्गव, टीवीएस समूह के चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन और हीरो मोटो कॉर्प के प्रबंध निदेशक पवन मुंजाल से भी कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बाद पैदा हुई स्थिति के बारे में जानकारी ली।
पिछले साल करीब इसी महीने के दौरान कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई थी और वित्त वर्ष 19 की पहली तिमाही की तुलना में पिछले साल की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अर्थव्यवस्था में 23.9 प्रतिशत का संकुचन आया था।
बहरहाल सरकार अपने रुख पर बरकरार है कि भारत कोविड-19 की दूसरी लहर पर काबू पाने के लिए अच्छी तरह से तैयार है।
वित्त मंत्रालय ने मार्च की अपनी मासिक आर्थिक रिपोर्ट में कहा था कि बेहतरीन आंकड़े संकेत दे रहे हैं कि भारत बेहतरी और मजबूती की राह पर बढ़ रहा है। फरवरी के मध्य से कोरोना के नए मामले रोजाना तेजी से बढ़ रहे हैं। इसे देखते हुए रिपोर्ट में कहा गया था कि बहरहाल देश दूसरी लहर का वक्त आगे बढ़ाने में कामयाब रहा हैै और पहले और दूसरे दौर के संक्रमण के बीच 151 दिन का अंतर है, जो अन्य कई देशों में बहुत कम है।
सोमवार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोविड के मामलों की संख्या बढ़कर 1.5 करोड के पार पहुंच गई है और एक दिन में रिकॉर्ड 2,73,810 मामले बढ़े हैं, जबकि सक्रिय मामले 19 लाख के ऊपर पहुंच गए हैं।