facebookmetapixel
Test Post कैश हुआ आउट ऑफ फैशन! अक्टूबर में UPI से हुआ अब तक का सबसे बड़ा लेनदेनChhattisgarh Liquor Scam: पूर्व CM भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को ED ने किया गिरफ्तारFD में निवेश का प्लान? इन 12 बैंकों में मिल रहा 8.5% तक ब्याज; जानिए जुलाई 2025 के नए TDS नियमबाबा रामदेव की कंपनी ने बाजार में मचाई हलचल, 7 दिन में 17% चढ़ा शेयर; मिल रहे हैं 2 फ्री शेयरIndian Hotels share: Q1 में 19% बढ़ा मुनाफा, शेयर 2% चढ़ा; निवेश को लेकर ब्रोकरेज की क्या है राय?Reliance ने होम अप्लायंसेस कंपनी Kelvinator को खरीदा, सौदे की रकम का खुलासा नहींITR Filing 2025: ऑनलाइन ITR-2 फॉर्म जारी, प्री-फिल्ड डेटा के साथ उपलब्ध; जानें कौन कर सकता है फाइलWipro Share Price: Q1 रिजल्ट से बाजार खुश, लेकिन ब्रोकरेज सतर्क; क्या Wipro में निवेश सही रहेगा?Air India Plane Crash: कैप्टन ने ही बंद की फ्यूल सप्लाई? वॉयस रिकॉर्डिंग से हुआ खुलासाPharma Stock एक महीने में 34% चढ़ा, ब्रोकरेज बोले- बेचकर निकल जाएं, आ सकती है बड़ी गिरावट

संविधान की वजह से मैं प्रधानमंत्री: मोदी

PM Modi on Constitution: राहुल गांधी का पलटवार, भाजपा और संघ संविधान बदलने का कर रहे प्रयास

Last Updated- April 16, 2024 | 11:28 PM IST
लोक सभा चुनाव देखने के लिए भाजपा के निमंत्रण पर 10 देशों के राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भारत आए, Representatives of political parties from 10 countries came to India on the invitation of BJP to watch the Lok Sabha elections

राम नवमी से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल में सत्तासीन तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह लोगों को त्योहार मनाने से रोक रही है। बिहार में एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि वह भीमराव आंबेडकर के संविधान के ऋणी हैं जो उनके जैसे सामान्य व्यक्ति को देश का प्रधानमंत्री बनने का मौका दिया।

प्रधानमंत्री की संविधान के बारे में टिप्पणी इस मुद्दे पर विपक्ष के हमले के एक दिन बाद आई है। विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर आरोप लगाया है कि यदि उसे लोक सभा में पूर्ण बहुमत मिला तो संविधान में परिवर्तन कर देगी।

दूसरी ओर, केरल के कोझिकोड और वायनाड में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि 2024 के चुनाव में प्रमुख मुद्दा यह है कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) संविधान को बदलने और खत्म करने का प्रयास कर रहे हैं। चुनावी बॉन्ड योजना के बारे में राहुल ने कहा कि बॉन्ड योजना प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किया गया वसूली का एक तरीका है।

बिहार के गया और पूर्णिया में रैलियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हमारा उद्देश्य देश के कोने-कोने में जाकर लोगों खासकर युवाओं को यह बताना है कि हमारा संविधान कितना महत्त्वपूर्ण है और इसका कितना सम्मान है। लोग मुझसे पूछते हैं कि मैं गरीबों और दलितों की इतनी चिंता क्यों करता हूं। तो मैं बता दूं कि मैं ऐसा इसलिए करता हूं क्योंकि मैं उनके बीच से ही आया हूं। मैं उस समाज का ऋणी हूं। मैं बाबा आंबेडकर द्वारा रचित संविधान का भी आभारी हूं, जिसने मुझे यहां तक पहुंचने में मदद की। ‘

राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने भाजपा नेता के बयान का हवाला देते हुए कहा था कि जो कोई भी संविधान को बदलने की कोशिश करेगा गरीब, पिछड़े और दलित उनकी आंखें फोड़ देंगे। मालूम हो कि हाल ही में भाजपा के उत्तर कन्नड़ सांसद अनंत कुमार हेगड़े और फैजाबाद सांसद लल्लू सिंह ने बयान दिया था कि यदि भाजपा को लोक सभा में दो-तिहाई बहुमत मिला तो संविधान बदल दिया जाएगा।

पिछले सप्ताह एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि संविधान उनके लिए रामायण, बाइबिल और कुरान की तरह है। यदि बाबा साहब आंबेडकर आज जिंदा होते तो वह भी उसमें बदलाव नहीं कर सकते थे। हमारे विरोधी आज वे लोग हैं, जिन्होंने कभी संविधान की धज्जियां उड़ाईं और आपातकाल के दौरान इसमें परिवर्तन करने की कोशिशें की।

केरल में राहुल गांधी ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर संविधान को नष्ट करने और बदलने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए कहा कि 2024 के लोक सभा चुनाव का यही एकमात्र बड़ा मुद्दा है और बाकी सभी मुद्दे इसी से निकले हैं। बाद में वायनाड में गांधी ने आरोप लगाया कि मोदी के पास देश चलाने की समझ नहीं है।

उन्होंने चुनावी बॉन्ड मुद्दे पर पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए इसे जबरन वसूली का एक रूप बताया। उन्होंने दावा किया कि इस योजना के तहत धन वसूली के लिए सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग जैसी केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल किया गया।

वायनाड लोक सभा क्षेत्र से मौजूदा सांसद गांधी ने कहा, ‘मोदी का काम असल मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाना, अमीर उद्योगपतियों की रक्षा करना और उनके बैंक कर्जों को माफ करना है।’ उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारत में पांच-छह बड़े अमीर उद्योगपतियों की कठपुतली हैं। उन्होंने देश में 20-25 लोगों को करीब 16 लाख करोड़ रुपये दिए हैं।

First Published - April 16, 2024 | 11:18 PM IST

संबंधित पोस्ट