ज्यादा आधार के कारण अगस्त महीने में जुलाई की तुलना में क्रेडिट कार्ड से किए जाने वाले खर्च में 3 प्रतिशत की कमी आई है। वहीं इस अवधि दौरान कार्डों की संख्या में 2.8 प्रतिशत की गिरावट आई है। ऐसा कई महीनों में पहली बार हुआ है। इसकी प्रमुख वजह भारतीय रिजर्व बैंक के नए मानक हैं, जिसमें एक साल से निष्क्रिय पड़े कॉर्डों को बंद किया जाना शामिल है।
कुछ समय पहले तक बैंकिंग व्यवस्था में 10 से 15 लाख नए कार्ड जुड़ रहे थे। बहरहाल अगस्त महीने में क्रेडिट कार्डों की संख्या घटकर 779.9 लाख रह गई, जो जुलाई में 800 लाख से ज्यादा थी। इस तरह से करीब 20 लाख कार्ड कम हुए हैं।
मैक्वैरी रिसर्च की एक रिपोर्ट में सुरेश गणपति और परम सुब्रमण्यन ने कहा है, ‘बहरहाल अगस्त महीने में क्रेडिट कार्डों की संख्या में 23 लाख की कमी आई है। इसमें सबसे ज्यादा गिरावट एचडीएफसी बैंक और ऐक्सिस बैंक के कार्डों में आई है।यह मुख्य रूप से रिजर्व बैंक के नए मानकों को लागू करने की वजह से हुआ है, जिसमें कंपनियों को उन कार्डों को डिएक्टिवेट कर देना है, जिनका इस्तेमाल 365 दिन के दौरान न हुआ हो। इसका असर अन्य कंपनियों पर पड़ सकता है।’
अगस्त में कार्ड जारी करने वाले प्रमुख बैंकों एचडीएफसी बैंक और ऐक्सिस बैंक के कार्डों की संख्या में उल्लेखनीय गिरावट आई है। जारी किए गए कार्डों की तुलना में बहुत ज्यादा कार्ड निष्क्रिय किए गए हैं। अगस्त महीने में एचडीएफसी बैंक के कार्डों की संख्या 8.47 प्रतिशत गिरकर 164.2 लाख रह गई है, जो जुलाई में 179.4 लाख थी।
इसी तरह से ऐक्सिस बैंक के कार्डों की संख्या में 10.6 प्रतिशत गिरावट आई है और जुलाई के 99.3 लाख की तुलना में अगस्त में इनकी संख्या 88.7 लाख रह गई है। एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड जारी करने वाला सबसे बड़ा और ऐक्सिस चौथा सबसे बड़ा बैंक है।
बैंक के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘रिजर्व बैंक के मास्टर सर्कुलर के अनुपालन में अगस्त 22 के एक साल पहले तक जिन क्रेडिट कार्डों का उपयोग नहीं है, उन्हें बंद कर दिया गया है। इसकी वजह से एचडीएफसी बैंक के कार्डों की संख्या में जुलाई 22 की तुलना में अगस्त 22 में गिरावट आई है।’
इस सिलसिले में ऐक्सिस बैंक को भेजे गए ई-मेल का कोई उचित जवाब नहीं मिला।