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Amrit Vrishti Scheme: दो बड़े बैंकों के बाद SBI ने भी शुरू की स्पेशल डिपॉजिट स्कीम, जमा राशि पर बढ़कर मिलेगा ब्याज

SBI से पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने भी उच्च ब्याज दरों के साथ विशेष जमा योजनाएं शुरू की थीं, ताकि वे अधिक जमा राशि जुटा सकें।

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- July 16, 2024 | 10:49 PM IST

SBI Amrit Vrishti Scheme: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने मंगलवार को एक विशेष जमा योजना “अमृत वृष्टि” (Amrit Vrishti) शुरू की है, जो 444 दिनों की जमा राशि पर 7.25 प्रतिशत ब्याज दे रही है। इस योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को एक्स्ट्रा 0.50 प्रतिशत ब्याज दी जा रही है।

यह कदम बैंकों द्वारा जमा की जा रही रकम में सुस्ती यानी धीमी जमा वृद्धि और अधिक क्रेडिट-डिपॉजिट ग्रोथ गैप को देखते हुए उठाया गया है। इससे पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने भी उच्च ब्याज दरों के साथ विशेष जमा योजनाएं शुरू की थीं, ताकि वे अधिक जमा राशि जुटा सकें।

क्या है बैंक ऑफ बड़ौदा की Monsoon Dhamaka Deposit Scheme?

बैंक ऑफ बड़ौदा की की विशेष योजना “बीओबी मॉनसून धमाका डिपॉजिट स्कीम” (BoB Monsoon Dhamaka Deposit Scheme) 399 दिनों के लिए 7.25 प्रतिशत और 333 दिनों के लिए 7.15 प्रतिशत सालाना ब्याज दर प्रदान कर रही है, जो 3 करोड़ रुपये से कम की जमा राशि के लिए है।

क्या है बैंक ऑफ महाराष्ट्र की विशेष जमा योजना?

बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) की विशेष योजना में 10 करोड़ रुपये तक की जमा राशि के लिए चार अलग-अलग समय अवधियां हैं। यह 200 दिनों के लिए 6.90 प्रतिशत, 400 दिनों के लिए 7.10 प्रतिशत, 666 दिनों के लिए 7.15 प्रतिशत और 777 दिनों के लिए 7.25 प्रतिशत ब्याज दर प्रदान कर रही है।

क्या है भारतीय स्टेट बैंक की Amrit Vrishti योजना

SBI की यह विशेष जमा योजना- अमृत वृष्टि योजना, 31 मार्च, 2025 तक निवेश के लिए उपलब्ध है। SBI के चेयरमैन दिनेश खारा ने कहा ‘अमृत वृष्टि एक नई प्रकार की सावधि जमा (term deposit) योजना है, जो विभिन्न प्रकार के ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिजाइन की गई है। यह योजना हमारे मूल्यवान ग्राहकों को धन वृद्धि के अवसर प्रदान करने की SBI की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।’

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकों को बार-बार बढ़ते उधार-जमा अनुपात (credit-deposit ratio) पर चेतावनी दे रहा है, जिससे अगर क्रेडिट वृद्धि जमा वृद्धि से अधिक रही तो सिस्टमेटिक रिस्क पैदा हो सकता है।

First Published : July 16, 2024 | 7:05 PM IST