बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और केनरा बैंक समेत सार्वजनिक क्षेत्र (PSU) के कई बैंकों ने फंड की सीमान्त लागत आधारित (MCLR) लोन दर में 0.10 प्रतिशत तक की वृद्धि की है।
RBI का Repo Rate बरकरार
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को पेश अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा (MPC) में प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 6.50 प्रतिशत पर यथावत रखा है, इसके बावजूद सार्वजनिक क्षेत्र के विभिन्न बैंकों ने MCLR में बढ़ोतरी की घोषणा की है।
बैंकों के इस कदम से MCLR से जुड़ी मासिक किस्त (EMI) बढ़ जाएगी।।
BoB ने शेयर बाजार को बताया कि एक साल की MCLR को संशोधित कर 8.70 प्रतिशत किया गया है। यह अभी 8.65 प्रतिशत है। नई दरें 12 अगस्त से प्रभावी होंगी।
Canara Bank ने भी MCLR में 0.05 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह अब बढ़कर 8.70 प्रतिशत हो गई है। नई दर 12 अगस्त से प्रभावी होगी।
सार्वजनिक क्षेत्र के एक अन्य कर्जदाता बैंक ऑफ महाराष्ट्र (BoM) ने MCLR में 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की है।
BoM ने शेयर बाजार को बताया, इसके साथ ही एक साल की MCLR 8.50 प्रतिशत से बढ़कर 8.60 प्रतिशत हो गई है। संशोधित दरें 10 अगस्त से प्रभावी हैं।
EMI को लेकर ग्राहकों को देनी होगी पूरी जानकारी
बता दें कि रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की जानकारी देते हुए कहा कि इसके लिए एक नया ढांचा तैयार किया जा रहा है। इसके तहत बैंकों को कर्ज लेने वाले ग्राहकों को लोन की अवधि तथा मासिक किस्त (EMI) के बारे में स्पष्ट जानकारी देनी होगी।