साइबर हमलों की घटनाओं से रेटिंग संबंधी कार्रवाई बढ़ सकती है क्योंकि इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं हैं और जटिल हो गए हैं। स्टैंडर्ड ऐंड पूअर्स के मुताबिक इससे खासकर छवि खराब होने व संभावित मौद्रिक नुकसान के कारण रेटिंग पर असर पड़ सकता है।
कोविड-19 के बाद डिजिटलीकरण और रिमोट वर्किंग बढ़ा है और इससे बैंकिंग क्षेत्र में साइबर अपराध की घटनाओं में तेजी आई है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि बैंंक और अन्य वित्तीय संस्थान साइबर अपराधियों के लिए सबसे आकर्षक निशाना हैं क्योंकि इसमें महत्त्वपूणी व्यक्तिगत आंकड़े होते हैं और किसी खास वित्तीय और आर्थिक जरूरतों को पूरा करने में इनकी अहम भूमिका होती है।
जिन संस्थानों में प्रशासन कमजोर होता है और तैयारियां कम होती हैं, वे साइबर हमलों के मामले में ज्यादा भेद्य होते हैं। वित्तीय संस्थानों में हुई सार्वजनिक रूप से उपलब्ध साइबर अपराध की घटनाओं में सबसे ज्यादा मामले डेटा चुराने संबंधी हैं।