कोविड संक्रमण के खतरनाक इजाफे के नतीजतन देश के कई हिस्सों में लॉकडाउन जैसे हालात के मद्देनजर अप्रैल 2021 में खुदरा डिजिटल भुगतान में गिरावट (मार्च की तुलना में) देखी गई है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) के प्रमुख भुगतान प्लेटफॉर्म – यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) पर लेनदेन की मात्रा में 4.3 प्रतिशत और लेनदेन के मूल्य में 2.22 प्रतिशत की गिरावट नजर आई है। इसी तरह इमीडिएट पेमेंट सर्विस (आईएमपीएस) में लेनदेन की मात्रा में 11 प्रतिशत की गिरावट और लेनदेन के मूल्य में आठ प्रतिशत की गिरावट दिखाई दी है। स्थानीय लॉकडाउन के कारण फास्टैग के लेनदेन की मात्रा में 15 प्रतिशत की गिरावट और मूल्य में 10 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है। पिछले साल भी अप्रैल के दौरान खुदरा डिजिटल भुगतान में गिरावट आई थी, क्योंकि राष्ट्रव्यापी देशबंदी की वजह से देश में आर्थिक गतिविधियां तकरीबन रुक गई थीं। अलबत्ता इस साल अप्रैल में देखी गई यह गिरावट, पिछले साल इस अवधि में नजर आने वाली गिरावट जितनी व्यापक नहीं रही है। वैश्विक महामारी कोविड-19 के शुरुआती महीनों में मामूली गिरावट के बावजूद जहां लेनदेन की मात्रा और मूल्य में फिसलन आई, वहीं सुधार तेज रहा तथा यूपीआई, आईएमपीएस आदि जैसे एनपीसीआई के भुगतान प्लेटफार्मों पर आने वाले महीनों में नई ऊंचाई दर्ज हुई, जिसे आम जनता द्वारा नकदी के इस्तेमाल के साथ-साथ कार्ड के इस्तेमाल के प्रति अरुचि दिखाए जाने से मदद मिली।