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फेडरल रिजर्व भी सवालों के घेरे में

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 9:40 PM IST

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने 85 अरब डॉलर का कर्ज देकर एआईजी को तो जरूर डूबने से बचा लिया है लेकिन इसके साथ ही बैंक ने लीमन ब्रदर्स को संकट से न उबारने के बाद जो विश्वसनीयता हासिल की थी वो शायद मुश्किलों में आ सकती है।


एआईजी को उबारने केबाद अब कुछ और वित्तीय कंपनियां भी अपना संकट लेकर फेडेरल रिजर्व के सामने पूंजी केलिए हाथ फैला सकती है।

गौरतलब है कि लीमन ब्रदर्स को बचाने की कवायद से हाथ खींच लेने के दो दिन बाद ही केन्द्रीय बैंक ने अमेरिकन इंटरनेशनल ग्रुप (एआईजी) को कर्ज देकर कुछ सवालों को जन्म दे दिया है कैसे वह यह तय करती है कि कोई कंपनी इतनी ज्यादा बड़ी है कि उसे डूबने से बचाया जाना जरूरी है।

इससे पहले अमेरिकी केन्द्रीय बैंक ने 29 अरब डॉलर को कर्ज देकर बीयर र्स्टन्स को बचाया जबकि 100 अरब डॉलर की सहायता देकर इसने वित्तीय कंपनी मेई और फ्रेडी को बचाया और मंगलवार को इसने एआईजी को 85 अरब डॉलर का कर्ज दिया लेकिन इन सब केबीच करदाता अपने आप को 900 अरब डॉलर के कर के बोझ तले पाते हैं।

बिजनेस के प्रोफेसर नूरिल रोबिनी ने कहा कि फेडरल बैंक ने यह दिखाने की कोशिश की कि लीमन ब्रदर्स को बचाने का कोई फायदा नहीं है लकिन इसके दो दिन बाद बैंक एआईजी को डूबने से बचा रही है। उन्होंने आगे कहा कि मूल रूप से हम उस अपनी पुरानी परंपरा को ही आगे बढ़ा रहें हैं।

First Published : September 17, 2008 | 10:26 PM IST