देश के सबसे बड़े आवास ऋणदाता एचडीएफसी लिमिटेड ने सोमवार को कहा कि उसने खुदरा ग्राहकों के लिए ‘हरित और सतत’ जमा योजनाएं शुरू की है। इन योजनाओं में जमा धन का इस्तेमाल हरित एवं सतत आवास ऋण समाधान और सेवाओं के वित्तपोषण में किया जाएगा।
एचडीएफसी लिमिटेड ने एक बयान में कहा, ‘कोई व्यक्ति अपनी जमा पर 6.55 प्रतिशत ब्याज दर पा सकता है और इसकी परिपक्वता अवधि 3 से 10 साल होगी। साथ ही वरिष्ठ नागरिक 2 करोड़ रुपये तक के जमा पर सालाना 0.25 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज के पात्र होंगे। इसके अलावा अगर जमाकर्ता कंपनी के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से जमा करते हैं तो 50 लाख रुपये तक जमा करने पर 0.10 प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज मिलेगा, ।’ एचडीएफसी लिमिटेड सामान्यतया जमा पर 6.65 प्रतिशत ब्याज दर की पेशकश करता है। जो लोग हरित और सतत जमा के विकल्प का इस्तेमाल करेंगे, उन्हें जमा पर रिटर्न के हिसाब से 10 आधार अंक कम ब्याज हासिल होगा, जो 1 लाख रुपये जमा पर 100 रुपये होता है।
एचडीएफसी लिमिटेड की प्रबंध निदेशक रेणु कर्नाड ने कहा, ‘हालांकि हमने कोई लक्ष्य तय नहीं किया है, लेकिन अगर हम नियमित खुदरा जमा का एक हिस्सा इसके माध्यम से पाते हैं तो यह ठीक ठाक राशि होगी।’ उन्होंने कहा कि इस जमा का मकसद यह है कि पर्यावरण के प्रति संवेदनशील लोगों के लिए एक और उत्पाद मुहैया कराया जाए, जो बेहतर पर्यावरण के लिए अंशदान करना चाहते हैं और बहुत मामूली लागत और कम कवायद में इस क्षेत्र में अपना योगदान कर सकते हैं।
बैंक बाजार डॉट कॉम के मुताबिक एनबीएफसी में श्रीराम सिटी यूनियन फाइनैंस सावधि जमा पर सबसे ज्यादा 7.25 से 9.73 प्रतिशत ब्याज की पेशकश करता है, जो एक से 5 साल परिपक्वता के लिए होता है और यह 2 करोड़ रुपये से कम जमा पर मिलता है। इसके बाद पीएनबी हाउसिंग फाइनैंस (5.8 से 6.7 प्रतिशत) और आईसीआईसीआई होम फाइनैंस (5.7 से 6.7 प्रतिशत) ब्याज दे रहे हैं।