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कोटक महिंद्रा बैंक का समेकित शुद्घ लाभ बढ़ा

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 11:57 PM IST

निजी क्षेत्र के ऋणदाता कोटक महिंद्रा बैंक ने वित्त वर्ष 2022 की जुलाई-सितंबर तिमाही के समेकित शुद्घ लाभ में सालाना आधार पर 1.43 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की है। तिमाही के लिए बैंक का शुद्घ लाभ 2,989 करोड़ रुपये पर रहा, जबकि एक साल पहले की समान तिमाही में यह 2,947 करोड़ रुपये था। तिमाही आधार पर लाभ 65.5 प्रतिशत तक बढ़ा है।
एकल आधार पर (जिससे बैंक के उधारी परिचालन की स्थिति का पता चलता है), ऊंचे प्रावधान खर्च के साथ साथ परिचालन लागत की वजह से बैंक का शुद्घ लाभ वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर 7 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,032 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की अवधि में बैंक ने 2,184.5 करोड़ रुपये का शुद्घ लाभ दर्ज किया था। हालांकि तिमाही आधार पर बैंक का शुद्घ लाभ 24 प्रतिशत तक बढ़ा है।
ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों ने सितंबर 2021 तिमाही के लिए 2,006 करोड़ रुपये का समेकित शुद्घ लाभ और 1,856 करोड़ रुपये के स्टैंडएलॉन शुद्घ लाभ का अनुमान जताया था। वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में बैंक की शुद्घ ब्याज आय (एनआईआई) 4,021 करोड़ रुपये पर रही, जो वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही के 3,897 करोड़ रुपये के मुकाबले सालाना आधार पर 3.2 प्रतिशत तक ज्यादा है, जबकि शुद्घ ब्याज मार्जिन 4.45 प्रतिशत रहा, जो वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही की तुलना में 5 आधार अंक अधिक है।
कोटक महिंद्रा बैंक के समूह अध्यक्ष एवं समूह सीएफओ जैमिन भट्ट ने कहा, ‘ऋण वृद्घि का बड़ा हिस्सा तिमाही के अंत में आया। एनआईआई आय धीमी गति से बढ़ी। एनआईआई में वृद्घि तीसरी तिमाही में दिखेगी। सालाना आधार पर, ऊंचे प्रतिफल वाले ऋणों में कमजोरी आई। इसलिए एनआईआई पर प्रभाव पड़ा।’
वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में बैंक की कुल शुद्घ आय 5,83ापये पर पहुंच गए, जबकि एक साल पहले की तिमाही में यह आंकड़ा 333 करोड़ रुपये था। हालांकि तिमाही आधार पर बैंक ने प्रावधान और अन्य आकस्मिक खर्च में 39.7 प्रतिशत की कमी दर्ज की। बैंक द्वारा कुल प्रावधान 7,637 करोड़ रुपये या सितंबर तिमाही के अंत में सकल जीएनपीए के 100 प्रतिशत पर दर्ज किया गया।
बैंक द्वारा वित्त वर्ष 2022 की दूसरी तिमाही में 3.19 प्रतिशत जीएनपीए दर्ज किए जाने के साथ परिसंपत्ति गुणवत्ता में सुधार दर्ज किया गया।
कोटक महिंद्रा बैंक के संयुक्त प्रबंध निदेशक दीपक गुप्ता ने कहा, ‘मजबूत ऋण वृद्घि का मतलब यह नहीं है कि हमने सतर्क दृष्टिकोण से परहेज किया है। हम अनुकूल वृद्घि के लिए उपयुक्त परिवेश देख रहे हैं। हालात अच्छे दिख रहे हैं और अर्थव्यवस्था में सुधार आ रहा है।’
(डिस्क्लोजर: कोटक समूह द्वारा नियंत्रित इकाइयों की बिजनेस स्टैंडर्ड प्राइवेट लिमिटेड में बड़ी हिस्सेदारी है)

First Published : October 26, 2021 | 11:15 PM IST