कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड की तरफ से प्रबंधित स्पेशल फंड ने बुधवार को कहा कि उसने तेलंगाना में सड़क परिसंपत्ति का बहुलांश हिस्सा 715 करोड़ रुपये मेंं अधिग्रहीत किया है। कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड ने कहा कि उसने एचकेआर रोडवेज की 74 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी है और कंपनी के मौजूदा लेनदार के साथ एकमुश्त भुगतान के तहत उसने 715 करोड़ रुपये में कर्ज का निपटान कर दिया है। कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड के लिए सड़क क्षेत्र में कामयाब फंडिंग व कर्ज का समाधान का पहला मामला है।
बकाए के निपटान के बाद एचकेआर अब एनपीए खाता नहीं रह जाएगी।
एचकेआर एक एसपीवी है, जिसका स्वामित्व गायत्री ग्रुप की अगुआई वाले कंसोर्टियम के पास है। उसे आंध्र प्रदेश सड़क विकास निगम (अब तेलंगाना सरकार) ने 25 साल का कंसेशन दिया है।
स्टेट हाईवे वन (एसएच-1) के मौजूदा हैदारबाद करीमनगर रामगुंडम सेक्शन में चार लेन वाली टोल हाईवे परियोजना डिजाइन, बिल्ड, फाइनैंस, ऑपरेट व ट्रांसफर आधार पर थी।
207 किलोमीटर लंबी टोल हाईवे परियोजना ने जून 2014 में ऑपरेशन शुरू किया लेकिन कई वजहों से इसमें देर हुई, जिस कारण यह सभी लेनदारों के लिए एनपीए बन गई।
एचकेआर के मौजूदा लेनदारों के कंसोर्टियम ने सभी बकाए के लिए एकमुश्त भुगतान को मंजूरी दी है, जो स्विस चैलेंज ऑक्शन पर निर्भर करेगा।
कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड के सीईओ ईश्वर कारा ने कहा, एचकेआर जैसी दबाव वाली परिसंपत्ति में नियंत्रक हिस्सेदारी का अधिग्रहण लेनदारों के साथ बकाए का नकदी में भुगतान औक ऐसी परियोजनाको हाथ में लेने की हमारी रणनीति के मुताबिक है। हमें अगले कुछ साल में इसके कायापलट होने की उम्मीद है। कोटक फंड नकदी में पूरा भुगतान की पेशकश जारी रखेगा, जो गैर-नकदी विकल्प से बेहतर है।
कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड एक ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड है, जो सेबी के नियम के दायरे में है, जिसका प्रबंधन वैकल्पिक परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी कोटक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स लिमिटेड करती है। कोटक स्पेशल सिचुएशंस फंड अभी 1 अरब डॉलर के फंड का प्रबंधन करता है।