बैंकों के हालिया और बकाए रुपये ऋण पर भारित औसत उधारी दर अक्टूबर की तुलना में नवंबर में गिर गई। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े के अनुसार भारित औसत जमा दर (weighted average fixed deposits rates) में वृद्धि हुई है और यह पुन: मूल्य निर्धारण की ओर इंगित करती है।
अधिसूचित वाणिज्यिक बैंकों के हालिया रुपया ऋण का भारित औसत उधारी दर (डब्ल्यूएएलआर) नवंबर, 2023 में 9.34 प्रतिशत थी जबकि यह अक्टूबर में 9.50 प्रतिशत थी। हालांकि यह सितंबर में 9.38 प्रतिशत थी।
नवंबर में एससीबी के बकाया रुपया ऋण पर डब्ल्यूएएलआर 9.80 प्रतिशत था जबकि यह अक्टूबर, 2023 में 9.84 प्रतिशत था। यह सितंबर में 9.83 प्रतिशत था।
हालांकि इस अवधि में एससीबी की एक वर्षीय औसत सीमांत निधि लागत आधारित उधारी दर (एमसीएलआर) दिसंबर, 2023 में 8.75 प्रतिशत हो गई जबकि यह नवंबर, 2023 में 8.70 प्रतिशत थी।
आंकड़ों के अनुसार एससीबी के कुल बकाया फ्लोटिंग रेट रुपया ऋण में बाहरी बेंचमार्क आधारित ब्याज दर (ईबीएलआर) से जुड़े ऋण की हिस्सेदारी सितंबर के अंत में 53.3 प्रतिशत थी जबकि एमसीएलआर से जुड़ा ऋण 41.9 प्रतिशत था।
नवंबर में हालिया और बकाया रुपये जमा के लिए भारित औसत दर बढ़ गई। एससीबी के हालिया रुपया सावधि जमा पर औसत भारित घरेलू सावधि दर नवंबर में 6.34 प्रतिशत थी जबकि यह अक्टूबर 2023 में 6.31 प्रतिशत थी।