कर्जदाताओं का सूक्ष्म ऋण पोर्टफोलियो जून, 2021 (वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही) में 7 प्रतिशत घटकर 2.36 लाख करोड़ रुपये रह गया है, जो मार्च, 2021 (जब कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण आर्थिक व्यवधान आया था) में 2.52 लाख करोड़ रुपये था। सीआरआईएफ हाईमार्क के मुताबिक सकल ऋण पोर्टफोलियो (जीएलपी) में तिमाही गिरावट सभी तरह के कर्जदाताओं में देखा गया, जिसमें वाणिज्यिक बैंक, वित्तीय कंपनियां शामिल हैं।
पहली तिमाही की समीक्षा में क्रेडिट इनफॉर्मेशन ब्यूरो ने कहा कि कोविड-19 के असर को पीछे छोड़ते हुए सूक्ष्म वित्त क्षेत्र वित्त वर्ष 21 की चौथी तिमाही तक तेजी से रिकवर करते हुए महामारी के पहले के स्तर पर पहुंच गया। बहरहाल कोविड-19 की दूसरी लहर और फिर से देश के कुछ हिस्सों में लॉकडाउन लगाए जाने की वजह से फिर से इस क्षेत्र को वित्त वर्ष 22 की पहली तिमाही में झटका लगा और कर्ज देने की रफ्तार में तेज गिरावट आई और चूक बढ़ गई।