पंजाब नैशनल बैंक दिसंबर तक संस्थागत निवेशकों को शेयर बिक्री के जरिए 7,000 करोड़ रुपये जुटाएगा जबकि बैंक को कोविड-19 से संबंधित कर्ज पुनर्गठन के उतने अनुरोध नहींं मिले हैं जितनी वह उम्मीद कर रहा था। पीएनबी के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्याधिकारी एस एस मल्लिकार्जुन राव ने कहा, हमें क्यूआईपी के जरिए 7,000 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी सरकार से मिल गई है। हम बुक रनिंग लीड मैनेजर को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं। हम दिसंबर के दूसरे या तीसरे हफ्ते में रकम जुटाने की योजना बना रहे हैं, जो रोड शो व बुक रनिंग लीड मैनेजर पर निर्भर करेगा।
पिछली बार पीएनबी ने दिसंबर 2017 में क्यूआईपी के जरिए रकम जुटाई थी और तब उसने 5,000 करोड़ रुपये जुटाए थे। बैंंक की बकाया इक्विटी का करीब 14 फीसदी उस समय बेचा गया था। इस वित्त वर्ष में 14,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है और बैंंक पहले ही टियर-2 बॉन्ड के जरिये 2,500 करोड़ रुपये जुटा चुका है। बैंक इस महीने के आखिर तक 1,500 करोड़ रुपये टियर-2 बॉन्ड के जरिये और 3,000 करोड़ रुपये अतिरिक्त टियर-1 बॉन्ड के जरिये जुटा लेगा। सहायक कंपनियों की हिस्सेदारी बेचने की बैंंक की योजना नहीं है और वह पूंजी के लिए केंद्र सरकार से संपर्क करेगा क्योंंकि वह रकम जुटाने के बाद पूंजी पर्याप्तता अनुपात 13.5-14 फीसदी पर पहुंचने की उम्मीद कर रहा है, जो सितंबर 2020 के आखिर में 12.84 फीसदी था। आरबीआई के नियम के तहत बैंकोंं का पूंजी पर्याप्तता अनुपात 11.5 फीसदी होना चाहिए। बैंकों को पूंजी का न्यूनतम स्तर बनाए रखना होता है ताकि जमाओं से मिलने वाली पूरी रकम उधार पर नहीं दिया जा सके और भविष्य के जोखिम के लिए बफर रखा जा सके। गैर-प्रमुख परिसंपत्तियों के लिहाज से पीएनबी प्रबंधन ने संकेत दिया कि वह 2020-21 में रियल एस्टेट की बिक्री से 500 करोड़ रुपये जुटाएगा।