भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज व्यवस्था में नकदी बढ़ाने के लिए वैरिएबल रेट रीपो ऑपरेशन चलाया, जबकि सामान्यतया वह नकदी कम करने के लिए वैरिएबल रेट रिवर्स रीपो ऑपरेशन (वीआरआरआर) चलाता है। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के तहत उम्मीद से ज्यादा कर संग्रह होने के कारण नकदी कम हो गई थी, जिसे देखते हुए केंद्रीय बैंक ने यह कदम उठाया है।
केंद्रीय बैंक ने बैंकिंग व्यवस्था को प्रतिदिन 50,000 करोड़ रुपये कर्ज का प्रस्ताव किया है, जिसके एवज में बैंकिंग व्यवस्था ने 65,700 करोड़ के लिए बोली लगाई। कट-आफ दर 4.06 प्रतिशत पर आ गई है और भारित औसत दर 4.10 प्रतिशत है, जो 4 प्रतिशत रीपो रेट से ज्यादा है। भारित औसत को मनी रेट कहते हैं, बैंक इसका इस्तेमाल इंटरबैंक उधारी के लिए करते हैं। यह गुरुवार को 4.3587 पर पहुंच गया, जिससे बैंकिंग व्यवस्था में नकदी के दबाव का पता चलता है।