वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान आमदनी की जानकारी देने वाली ज्यादातर बीमा कंपनियों के खुदरा सुरक्षा कारोबार में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में गिरावट आई है। इसमें मैक्स लाइफ इंश्योरेंस एक अपवाद है।
हालांकि इसके पहले की तिमाही से तुलना करें तो कारोबार में कुछ गति नजर आती है। उद्योग के सूत्रों का कहना है कि इस खंड में आने वाले समय में तेजी देखने को मिलेगी, क्योंकि आपूर्ति को लेकर बाधाएं दूर होती नजर आ रही हैं।
बीते दो वर्षों में कोरोना महामारी और पुनर्बीमाकर्ताओं द्वारा दरों में वृद्धि के कारण आपूर्ति संबंधी बाधाओं ने जीवन बीमा कंपनियों के खुदरा सुरक्षा व्यवसाय को प्रभावित किया है। हालांकि, पिछली कुछ तिमाहियों में बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों (एनबीएफसी) से संवितरण के रूप में समूह संरक्षण व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है।
विश्लेषकों से बातचीत में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल लाइफ के प्रबंधन ने कहा, ‘खुदरा सुरक्षा वृद्धि सालाना आधार पर चुनौतीपूर्ण रही है, हालांकि व्यापक रूप से क्रमिक आधार पर स्थिर हो गई है। कंपनी का सुरक्षा पोर्टफोलियो, जिसमें खुदरा और समूह सुरक्षा व्यवसाय, वार्षिक प्रीमियम समतुल्य (एपीई) शामिल हैं उसमें वित्त वर्ष 22 की पहली छमाही में 20 फीसदी की वृद्धि हुई। यह मुख्य रूप से जीवन और क्रेडिट जीवन उत्पादों द्वारा संचालित है।’
यहां तक की एसबीआई लाइफ में भी जहां खुदरा सुरक्षा के मोर्चे पर कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। इस कारण वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर एपीई में 4 फीसदी की गिरावट हो गई, जबकि खुदरा सुरक्षा व्यवसाय में 80 फीसदी प्रीमियम उत्पादों का टर्म रिटर्न शामिल था।
मैक्स लाइफ ने अपने खुदरा सुरक्षा व्यवसाय में सालाना आधार पर वृद्धि देखी। दूसरी तिमाही में खुदरा सुरक्षा एपीई में सालाना आधार पर 11 फीसदी की वृद्धि की और पहली छमाही में सालाना आधार पर 4 फीसदी की गिरावट देखी।