देश में सूक्ष्म वित्त क्षेत्र का सकल ऋण पोर्टफोलियो (जीएलपी) 31 मार्च, 2022 तक 10 प्रतिशत तक बढ़कर 2,85,441 करोड़ रुपये हो गया, जो 31 मार्च, 2021 तक 2,59,377 करोड़ रुपये था। क्रमिक रूप से जीएलपी 31 दिसंबर, 2021 तक 2,56,058 करोड़ रुपये था। माइक्रोफाइनैंस इंस्टीट्यूशंस नेटवर्क (एमएफआईएन) के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
एमएफआईएन के मुख्य कार्यकारी और निदेशक आलोक मिश्रा ने कहा कि सूक्ष्म वित्त उद्योग ने दिसंबर 2021 (तीसरी तिमाही ) को समाप्त तिमाही में बिनी रफ्तार के आधार पर वित्त वर्ष 21-22 की चौथी तिमाही के दौरान अच्छी वृद्धि दिखाई है।
जहां एक ओर सूक्ष्य वित्त उद्योग की सेवा लेने वाले अनन्य उधारकर्ताओं की संख्या मार्च 2022 में घटकर 5.8 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले 5.93 करोड़ थी, वहीं दूसरी ओर मार्च 2022 में ऋण खाते बढ़कर 11.31 करोड़ हो गए, जो मार्च 2021 में 10.83 करोड़ थे।