यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने आज चालू वित्त वर्ष के लिए करीब 1,000 करोड़ रुपये के निवेश परिव्यय के साथ यूनियननेक्सट नाम से अपने सुपर ऐप और डिजिटल परिवर्तन परियोजना संभव को लॉन्च किया।
सार्वजनिक क्षेत्र के इस ऋणदाता को दो वर्ष में व्यय से रिकवरी होने की उम्मीद है। बैंक ने 2025 तक डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिये कारोबार की उत्पत्ति का 50 फीसदी हासिल करने का लक्ष्य बनाया है।
इसके साथ ही यूनियन बैंक भी सुपर ऐप वाले बड़े ऋणदाताओं की जमात में शामिल हो गया है। अन्य बैंकों के सुपर ऐप की बात करें तो भारतीय स्टेट बैंक ने योनो, बैंक ऑफ बड़ौदा ने बॉब वल्र्ड, एचडीएफसी बैंक ने पेजैप और आईसीआईसीआई ने आईमोबाइल नाम से ऐप जारी किया हुआ है।
बैंकिंग सुपरऐप एक ऐसा प्लेटफॉर्म होता है जहां पर एक साथ कई सेवाओं को जोड़ दिया जाता है मसलन इन ऐप पर भुगतान, ऑनलाइन खरीदारी, बिल भुगतान, विभिन्न प्रकार के रिचार्ज, निवेश, ऋण और फंड अंतरण की सुविधा एक साथ मुहैया कराई जाती हैं।
यूनियन बैंक के कार्यकारी निदेशक नीतेश रंजन ने कहा कि अभी ध्यान देनदारियों, ऋणों और संपत्ति प्रबंधन के लिए डिजिटल पेशकश को बढ़ावा देने पर है। मुंबई स्थित यह सार्वजनिक क्षेत्र का ऋणदाता अपने सुपरऐप के दायरे का विस्तार कर इसमें मार्केटप्लेस को शामिल करेगा।