क्रेडिट कार्ड से परेशान? करें नगदी का इस्तेमाल

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 07, 2022 | 8:48 PM IST

पुनीत लखोटिया टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग के लिए आईसीआईसीआई बैंक के क्रेडिट कार्ड से साइन अप हुए हैं।


लेकिन उनकी समस्या है कि किसी भी टिकटिंग वेबसाइट ने उनके बैंक के नियमित नेट बैंकिंग सुविधाओं को स्वीकार नहीं किया। लेकिन सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुक करने के अलावा इन 27 वर्षीय बैंक कर्मचारी ने क्रेडिट कार्ड का जमकर इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। एक साल के अंदर ही वे कर्ज के घेरे में थे।

लखोटिया ने कहा कि क्रेडिट कार्ड के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए मैनें इसका इस्तेमाल किताबों, फिल्मों, म्युजिक सीडी और सेलफोन की ऑनलाइन खरीदारी में किया। आगे कठिनाईयों को देखते हुए उन्होंने अपने क्रेडिट कार्ड का सरेंडर कर दिया और ऑनलाइन लेनदेन के लिए इट्ज कार्ड का इस्तेमाल करने लगे।

क्रेडिट कार्ड का सुविधा के लिए इस्तेमाल करना बहुत ही साधारण एक्सक्यूज है। कई लोग अपने रेस्टोरेंट बिल और होटल बिलों को भरने में भी क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि डेबिट कार्ड को इस्तेमाल करने में चार अंकों वाले आईडेंटीफिकेशन नंबर की जरूरत होती है।

इसके अलावा इसके कुछ अन्य लाभ भी हैं जैसे नगदी वापस मिलने का लाभ और प्वाइंट मिलने के लाभ जिससे लोग ज्यादा खर्च करने के लिए आकर्षित होते हैं। देश के सबसे बड़े निजी क्षेत्र केबैंक आईसीआईसीआई बैंक द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक उपभोक्ता द्वारा क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल की शीर्ष पांच चीजें पर्यटन और पर्यटन से जुड़ी हुई गतिविधियां हैं जैसे टिकट खरीदना, होटल बुक करना, तेल भरना, उपभोक्ता आधारित सामान खरीदना, वस्त्र एवं आभूषण खरीदना। इन क्षेत्रों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल लगातार बढ़ता जा रहा है।

एक निजी क्षेत्र केबैंकर का कहना है कि क्रेडिट कार्ड से खर्च किए कुल खर्चे का आठ से 12 फीसदी इन्हीं क्षेत्रों से आता है। कम से कम दस फीसदी कार्ड धारक हर महीनें अपने एक यूटीलिटी बिल का भुगतान क्रेडिट कार्ड के जरिए करते हैं। इसके अतिरिक्त कुछ खर्चों की जगह उपभोक्ता ज्यादा खर्च करना शुरु कर सकते हैं। उनके लिए जो ज्यादा खर्चो को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, तब एक वैकल्पिक भुगतान के तरीके का इस्तेमाल करना ज्यादा अच्छा विचार है।

उदाहरणस्वरूप ऑनलाइन टिकट खरीदने के लिए प्रीपेड का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर है। बाजार में ऐसे तीन कार्ड उपलब्ध है। इट्ज कैश, ऑक्सीकैश और डनकार्ड। इन कार्ड का इस्तेमाल दूसरे अन्य खर्चों के लिए भी किया जा सकता है। इसमें ऑनलाइन शॉपिंग, मोबाइल रिचार्ज और दूसरे अन्य खर्चे भी शामिल हैं। क्रेडिट कार्ड की तरह ये कैश कार्ड भी एक लागत पर आते हैं लेकिन कुछ ही लेनदेन जैसे रेलवे बुकिंग और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के बिल का भुगतान करने के लिए किया जा सकता है।

ऐसा इसलिए हैं क्योंकि सरकारी कंपनियां ऐसी कैस कार्ड कंपनियों का किसी भी प्रकार का कमीशन नहीं देती हैं। इट्जकैश के प्रबंध निदेशक नवीन सूर्या का कहना है कि चार्जेज अधिकतम 15 रुपए या लेनदेन की वैल्यू का 1.5 फीसदी, इनमें से जो ज्यादा हों, हैं। जब बात तेल केबिलों के भुगतान की आती है तो के्रडिट कार्ड कंपनियां बोनस प्वाइंट और फ्यूल सरचार्ज पर 2.5 फीसदी की छूट भी प्रदान करती हैं।

तेल कंपनियों के साथ प्री-पेड कार्ड को जोड़ना भी यही बात है। सभी बडी तेल कंपनियों के खुद के ब्रांडेड कार्ड हैं। उदाहरणस्वरूप भारत पेट्रोलियम का पेट्रो कार्ड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम का एचपी स्मार्ट वन। इन कार्ड में से किसी में भी सरचार्ज नहीं है और समान ही बोनस भी हैं।

वस्त्र एवं आभूषणों के उत्साहियों के लिए ज्यादातर खुदरा विक्रेताओं ने लोयालिटी प्रोग्राम शुरु किए हैं जो नगद खरीदारी पर छूट देते हैं। ऐसे ब्यक्ति जो क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं उनके लिए नगद का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर विकल्प है। यह न सिर्फ परेशानी से बचाएगा साथ ही ऊंची ब्याज दरों से भी बचाए।

क्रेडिट कार्ड के जरिए पांच शीर्ष खर्च

पर्यटन एवं पर्यटन से संबंधित गतिविधियों जैसे टिकट एवं होटल बुकिंग
तेल भरने में
उपभोक्ता आधारित सामान खरीदने में
वस्त्र खरीदारी में
आभूषणों की खरीद में

First Published : September 12, 2008 | 11:17 PM IST