माइक्रोफाइनैंस सेक्टर ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान अपने 6.60 लाख ग्राहकों को 3.40 लाख करोड़ रुपये कर्ज दिया है। इस उद्योग पर माइक्रोफाइनैंस इंडस्ट्री नेटवर्क (एमएफआईएन) की रिपोर्ट में ये आंकड़े आए हैं।
माइक्रोफाइनैंस सेक्टर में एनबीएफसी-एमएफआई बैंक, एसएफबी और एनबीएफसी आते हैं। कुल कर्ज में एनबीएफसी-एमएफआई सेग्मेंट ने सबसे ज्यादा कर्ज दिया है।
कुल उधारी 22 प्रतिशत बढ़ी है। इसके पहले के वित्त वर्ष में इस सेक्टर ने 2,85,441 करोड़ रुपये ऋण दिया था।नियमन के दायरे में आने वाली इकाइयों में एनबीएफसी-एमएफआई ने 31 मार्च 2023 तक के आंकड़ों के अनुसार सबसे ज्यादा 1,38,310 करोड़ रुपये कर्ज दिया है।
इसके बाद इस क्षेत्र के तहत आने वाले बैंकों की दूसरी बड़ी हिस्सेदारी है, जिन्होंने 1,19,133 करोड़ रुपये कर्ज दिया है। इन दोनों वित्तीय संस्थानों की इस पोर्टफोलियो द्वारा दिए गए कुल कर्ज में हिस्सेदारी 73.90 प्रतिशत है।
इसके अलावा कर्ज के आकार में भी बदलाव हुआ है और बड़े कर्ज बढ़े हैं। माइक्रोफाइनैंस के कर्ज का औसत आकार पिछले साल की तुलना में 6.3 फीसदी बढ़कर 41,391 करोड़ रुपये हो गया है।