वित्त-बीमा

IIFL की संपत्ति की क्वालिटी पर बढ़ेगा दबाव

फिच ने IIFL फाइनैंस की रेटिंग 'B+' पर बरकरार रखी

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- November 04, 2024 | 10:13 PM IST

आईआईएफएल फाइनैंस लिमिटेड की दीर्घकालिक जारीकर्ता डिफॉल्ट रेटिंग को बी प्लस पर बरकरार रखते हुए फिच रेटिंग्स ने आज कहा कि एसएमई व माइक्रोफाइनैंस की कमजोरियों के कारण इस समूह की संपत्ति की क्वालिटी पर आगे और दबाव पड़ सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा गोल्ड लोन देने पर लगाया गया प्रतिबंध सितंबर में हटाए जाने के बाद रेटिंग एजेंसी ने आईआईएफएल फाइनैंस को रेटिंग वाच नेगेटिव दर्जे से हटा दिया है। रेटिंग से संकेत मिलता है कि भौतिक चूक संबंधी जोखिम मौजूद है, लेकिन सुरक्षा का एक सीमित मार्जिन बना हुआ है।

फिच ने कहा कि नियामक प्रतिबंध हटाए जाने का मतलब यह है कि वित्तीय कंपनी ने सोने से समर्थित ऋण की गतिविधियों में रिजर्व बैंक की चिंता दूर की है। ऐसे में जोखिम और अनुपालन मानक में सुधार हो सकता है। कंपनी ने नए जोखिम व अनुपालन अधिकारी पेश किए हैं, जिसकी वजह से नियंत्रण और निगरानी आगे और मजबूत हो सकती है। यह पुष्टि और स्थिर दृष्टिकोण हमारी उम्मीद को दर्शाता है कि आईआईएफएल फाइनेंस की फ्रैंचाइजी धीरे-धीरे स्थिर हो जाएगी।

First Published : November 4, 2024 | 10:13 PM IST