बैंक खाता किराये पर उठाया यानी मुसीबत को अपने घर बुलाया

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 14, 2022 | 11:21 PM IST

वर्ष 2010 से 2017 के बीच बहुत से भारतीय बैंक पैसे के हस्तांतरणों (विदेश से आने और जाने वाले) से जुड़े रहे। अमेरिका के वित्त विभाग की साखा वित्तीय अपराध प्रवर्तन नेटवर्क (फिनसेन) ने इन हस्तांतरणों के धन शोधन और वित्तीय धोखाधड़ी के मामले होने का संदेह जताया है।
ऐसे अपराधों में व्यक्तिगत स्तर पर बहुत से लोगों को लालच और जानबूझकर भागीदार बनने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। कई बार व्यक्ति किसी धन शोधन के अपराध में अनजाने में भी भागीदार बन जाता है। जो व्यक्ति धन शोधन के लिए अपने बैंक खाते को इस्तेमाल करने की मंजूरी देता है, उसे ‘मनी म्यूूल’ कहा जाता है। साइबर लॉ कंसल्टिंग के अध्यक्ष और संस्थापक प्रशांत माली ने कहा, ‘मनी म्यूल वह व्यक्ति कहलाता है, जिसके खाते का एक जालसाज दुरुपयोग करता है। यह उसकी जानकारी या उसके बिना हो सकता है।’
ऑनलाइन दुनिया में ऐसे अपराधों का तरीका इस तरह हो सकता है। किसी संभावित मनी म्यूल को कोई नौकरी दी जा सकती है। नौकरी के ब्योरे में कहा जाता है कि यह वित्तीय प्रबंधन का कार्य है और कर्मचारी को पैसा हस्तांतरित करने की जरूरत होती है।
धोखाधड़ी की रोकथाम, खोज और जांच से जुड़ी एक कंपनी इंडियाफॉरेंसिक के मुख्य कार्याधिकारी मयूर जोशी ने कहा, ‘किसी ऑनलाइन नौकरी की आड़ में जालसाज लोगों से अपने निजी बैंक खाते का इस्तेमाल करने या अपने नाम पर नया खाता खोलने के लिए कहते हैं ताकि वे ऐसे लोगों से धन प्राप्त कर सकें, जिनसे वे कभी नहीं मिले। म्यूल को निर्देश दिया जाता है कि वह अमुक व्यक्ति या खाते में पैसा हस्तांतरित कर दे। उसे हस्तांतरित पैसे का एक हिस्सा अपने पास रखने के लिए कहा जा सकता है या अलग से फीस का भुगतान किया जा सकता है।’ इसका शिकार व्यक्ति यह मान लेता है कि वह नौकरी कर रहा है।
कुछ लोग जानबूझ ऐसे कामों में भागीदार बनना चाहते हैं। माली कहते हैं, ‘उन्हें अपने खाते में जमा रकम का करीब 10 फीसदी हिस्सा मिलता है। जब किसी खाते को किसी व्यक्ति की सहमति से इस्तेमाल किया जाता है तो वह सहयोगी बन जाता है और वह जालसाज जितने दंड का भागी है।’
बहुत से लोग नतीजों के बारे में सोचे-समझे बिना लालच में आ जाते हैं। मुंबई के साइबरअपराध जांचकर्ता और साइबर सुरक्षा सलाहकार रितेश भाटिया ने कहा, ‘बहुत से किशोरों, गृहिणियों और वरिष्ठ नागरिकों को महज अपने बचत खाते को किराये पर देने से मिलने वाला 10 फीसदी प्रतिफल बहुत आकर्षक नजर आता है।’ यहां तक कि निष्क्रिय बैंक खाते, जिन्हें लोग नौकरी बदलते समय छोड़ देते हैं, उनका भी कई बार धन शोधन गतिविधियों के लिए दुरुपयोग किया जाता है। इसमें बेईमान बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत होती है। ऐसे कौनसे खतरे के निशान होते हैं, जिन पर लोगों को नजर रखनी चाहिए? इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी कानूनसम्मत कंपनी कभी अपने पैसे के हस्तांतरण के लिए आपसे अपना निजी बैंक खाता इस्तेमाल करने के लिए नहीं कहेगी। जोशी कहते हैं, ‘उस नौकरी की पेशकश को स्वीकार न करें, जिसमें आपसे इस तरह की चीजें करने को कहा जाए।’ इसके अलावा आप जिस भी व्यक्ति से ऑनलाइन मिलते हैं, उससे अपने वित्तीय ब्योरे साझा न करें। इसके अलावा सभी निष्क्रिय एवं अनुपयोगी खाते बंद कराएं।
ऑफलाइन दुनिया में पहचान के दस्तावेजों की प्रतिया कराते समय सावधान रहें। भाटिया ने कहा, ‘अगर आप सजग नहीं रहेंगे तो फोटोकॉपी करने वाला व्यक्ति एक अतिरिक्त प्रति बना सकता है और उसे बाजार में बेच सकता है। इन दस्तावेजों का इस्तेमाल बैंक खाता खोलने में किया जा सकता है और उस खाते का इस्तेमाल धन शोधन में हो सकता है।

First Published : October 2, 2020 | 8:59 PM IST