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हर 5 में से 2 भारतीयों ने 2023 में साइबर हमलों का सामना किया, रिपोर्ट में खुलासा

साइबर सुरक्षा को लेकर भारत में जागरूकता की कमी, 33% यूजर्स हुए शिकार

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बीएस संवाददाता   
Last Updated- February 06, 2024 | 11:20 PM IST

भारत का डिजिटल क्षेत्र बड़े पैमान पर बदलाव का अनुभव कर रहा है। एक ओर यह अवसरों और विकास को बढ़ावा दे रहा है, वहीं दूसरी ओर यह साइबर अपराधियों के लिए दरवाजे भी खोलता है।

पिछले साल जनवरी से दिसंबर के बीच इंटरनेट उपयोग करने वाले हर पांच में से करीब 2 (33 फीसदी) भारतीयों को किसी न किसी तरीके के साइबर हमलों का सामना करना पड़ा।

वैश्विक साइबर सुरक्षा कंपनी कैस्परस्की ने बताया कि उसके समाधानों ने देश भर में कुल 6,25,74,546 साइबर हमलों की पहचान की और उन पर रोक लगाई।  कैस्परस्की सिक्योरिटी नेटवर्क (केएसएन) एक डिस्ट्रीब्यूटेड इन्फ्रास्ट्रक्चर है जो साइबर सुरक्षा डेटा का विश्लेषण करता है ताकि संभावित खतरों को समझा जा सके।

कैस्परस्की के महाप्रबंधक (दक्षिण एशिया) जयदीप सिंह ने कहा, ‘हर गुजरते साल के साथ भारत का साइबर सुरक्षा परिदृश्य और अधिक जटिल होता जा रहा है।

साइबर अपराधी संगठनात्मक प्रणाली और व्यक्तिगत उपयोगकर्ताओं की कमजोरियों का फायदा उठाने के लिए नए-नए तरीके आजमा रहे हैं। इसके अलावा हमलों की गंभीरता भी बढ़ रही है और नतीजतन किसी व्यक्ति या कंपनी की आर्थिक क्षति के साथ-साथ प्रतिष्ठा भी धूमिल हो रही है।’

सिंह ने कहा कि आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और अन्य प्रौद्योगिकी के बढ़ते उपयोग से फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी में इजाफा होगा जिससे चीजें और अधिक जटिल हो जाएंगी एवं उनका पता लगाना भी चुनौतीपूर्ण हो जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘हम भारतीय उपयोगकर्ताओं को अपने उपकरणों में सुरक्षा समाधानों का उपयोग करने की सलाह देते हैं ताकि वे इन साइबर खतरों से बच सकें।’

 

First Published : February 6, 2024 | 11:06 PM IST