प्रतीकात्मक तस्वीर | फोटो क्रेडिट: Pexels
दिल्ली की मेट्रो लाखों लोगों की रोजमर्रा की सवारी है लेकिन अब उसकी सुरक्षा को लेकर एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने एक आरटीआई के जवाब में बताया कि पिछले ढाई साल में मेट्रो स्टेशनों पर उनकी जांच में 16 गोलियां, 31 कारतूस और 14 जिंदा कारतूस बरामद किए गए। इतना ही नहीं, इस दौरान छह पिस्तौल भी पकड़े गए, जिनमें से पांच देसी पिस्तौल थीं। यह खुलासा दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करता है।
पुलिस के मेट्रो यूनिट ने बताया कि इस साल 15 मार्च तक सात कारतूस और एक देसी पिस्तौल बरामद की गई। पिछले साल यानी 2024 में 12 गोलियां, आठ कारतूस, चार जिंदा कारतूस और चार पिस्तौल (जिनमें तीन देसी थी) पकड़े गए। वहीं, 2023 में एक देसी पिस्तौल के साथ 30 गोला-बारूद, जिसमें चार गोलियां, 23 कारतूस और तीन जिंदा कारतूस शामिल थे, बरामद किए गए। इन आंकड़ों से साफ है कि 2023 से 2024 में पिस्तौल की बरामदगी बढ़ी, लेकिन गोला-बारूद की संख्या में कमी आई।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह बरामदगी मेट्रो स्टेशनों पर बढ़ाई गई सुरक्षा का नतीजा है। उनका कहना है कि दिल्ली मेट्रो देश के सबसे व्यस्त सार्वजनिक परिवहन साधनों में से एक है, और इसे सुरक्षित रखना उनकी प्राथमिकता है। अधिकारी ने कहा, “हमने सभी स्टेशनों पर सुरक्षा को और सख्त किया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। हमारा मकसद हर यात्री को सुरक्षित माहौल देना है। पुलिस की टीमें लगातार जांच कर रही हैं ताकि मेट्रो में किसी भी तरह की आपराधिक गतिविधि को रोका जा सके।”
हालांकि, इन बरामदगियों ने मेट्रो की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल भी उठाए हैं। इतनी सख्त जांच के बावजूद हथियार और गोला-बारूद का मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचना चिंता का विषय है। दिल्ली मेट्रो में हर दिन लाखों लोग सफर करते हैं, और ऐसी घटनाएं यात्रियों के मन में डर पैदा कर सकती हैं। पुलिस का कहना है कि वे स्थिति पर पूरी नज़र रखे हुए हैं और यात्रियों की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।